अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक व्यापार पर बड़ा झटका देते हुए दर्जनों देशों से होने वाले आयात पर नई टैरिफ दरें (customs duties) लागू कर दी हैं। भारत पर अब 25% टैक्स लगेगा, जबकि सीरिया, म्यांमार और लाओस जैसे देशों को 41% तक की भारी शुल्क दरों का सामना करना पड़ेगा। व्हाइट हाउस ने गुरुवार (31 जुलाई) देर रात यह घोषणा की कि ये नई आयात शुल्क दरें सात दिन के भीतर लागू हो जाएंगी। इस कदम को अमेरिका की प्रतिस्पर्धी व्यापार नीति का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसे ट्रंप प्रशासन ने ‘रिसिप्रोकल टैरिफ स्ट्रैटेजी’ का नाम दिया है।
ट्रंप प्रशासन ने पहले ही संकेत दिया था कि भारत से आने वाले माल पर 25% आयात शुल्क लगाया जाएगा। भारत के पड़ोसी देशों को थोड़ी राहत दी गई है — पाकिस्तान से आयात पर 19% और बांग्लादेश पर 20% शुल्क तय किया गया है। श्रीलंका को भी 20% शुल्क देना होगा।
सीरिया, म्यांमार और लाओस सबसे ज्यादा प्रभावित:
सीरिया पर पाकिस्तान और बांग्लादेश से अधिक 41% शुल्क लगाया गया है, जबकि देश अब भी 14 साल के गृहयुद्ध से उबरने की कोशिश कर रहा है। म्यांमार और लाओस पर 40% टैरिफ लागू किया गया है। लीबिया (30%) और इराक (35%) जैसे संघर्षग्रस्त देशों को भी भारी शुल्क का सामना करना पड़ेगा। कनाडा से आयातित वस्तुओं पर शुल्क को 25% से बढ़ाकर 35% कर दिया गया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री माइक कार्नी के नेतृत्व वाली कनाडाई सरकार पर अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
अफ्रीका का छोटा देश लेसोथो, जिस पर अप्रैल में 50% टैरिफ लगाया गया था, उसे राहत देते हुए अब सिर्फ 15% शुल्क देना होगा। ट्रंप की यह नीति वैश्विक व्यापार में “अमेरिका फर्स्ट” एजेंडे से बढ़कर अब अन्य देशों को कुचलकर ऊपर उठने की ओर चल पड़ी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह फैसला चुनावी रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है, ताकि घरेलू उद्योगों को संरक्षण दिया जा सके।
ट्रेड एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे कई देशों के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ सकते हैं, खासकर विकासशील देशों के लिए यह झटका भारी पड़ सकता है।
प्रमुख टैरिफ दरें – एक नजर में
| देश | नई टैरिफ दर |
|---|---|
| भारत | 25% |
| पाकिस्तान | 19% |
| बांग्लादेश | 20% |
| श्रीलंका | 20% |
| सीरिया | 41% |
| म्यांमार | 40% |
| लाओस | 40% |
| इराक | 35% |
| कनाडा | 35% |
| लाइबिया | 30% |
| दक्षिण अफ्रीका | 30% |
| स्विट्ज़रलैंड | 39% |
| वियतनाम, ताइवान, थाईलैंड | 19–20% |
| यूरोपीय संघ | 0–15% |
डोनाल्ड ट्रंप की यह नई टैरिफ नीति दुनिया भर के देशों के लिए चुनौती बन चुकी है, खासकर उन देशों के लिए जो पहले से ही आर्थिक दबाव, युद्ध या अव्यवस्था से गुजर रहे हैं। भारत और अन्य विकासशील देशों के लिए यह नीति निर्यात आधारित व्यापार पर असर डाल सकती है, जबकि अमेरिका में इस फैसले का इस्तेमाल आत्मनिर्भरता और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है। अब यह देखना होगा कि अन्य देश इस चुनौती का क्या जवाब देते हैं – मूल्य वृद्धि, जवाबी टैरिफ, या WTO में शिकायत।
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