अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेक्सास में भारतीय मूल के चंद्रा नागमल्लैया की निर्मम हत्या पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि आरोपी योर्डानिस कोबोस-मार्टिनेज क्यूबा से आया एक अवैध प्रवासी है, पहले भी कई जघन्य अपराधों में गिरफ्तार हो चुका था लेकिन “जो बाइडेन की अक्षम नीतियों” के कारण रिहा कर दिया गया। ट्रंप ने कहा कि उनके शासन में अमेरिका “अब गैरकानूनी आप्रवासी अपराधियों के प्रति नरम नहीं रहेगा।”
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा,“मैं डॅलस, टेक्सास में सम्मानित व्यक्ति चंद्रा नागमल्लैया की भयानक हत्या की खबर से अवगत हूँ, जिन्हें उनकी पत्नी और बेटे के सामने एक अवैध प्रवासी ने निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया। यह व्यक्ति हमारे देश में कभी होना ही नहीं चाहिए था।” उन्होंने वादा किया कि आरोपी पर ‘पहले दर्जे की हत्या’ का मुकदमा चलेगा और उसे कानून की पूरी सख्ती के साथ दंडित किया जाएगा।
10 सितंबर को डॅलस के डाउनटाउन सूट्स मोटल में 41 वर्षीय नागमल्लैया पर 37 वर्षीय मार्टिनेज ने मशेटी (बड़ी धारदार छुरी) से हमला किया। वायरल सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि आरोपी ने पीड़ित का पीछा कर उसे बार-बार वार कर मौत के घाट उतारा और फिर उसका सिर अलग कर कचरे के डिब्बे में डाल दिया। यह वारदात नागमल्लैया की पत्नी और 18 वर्षीय बेटे के सामने हुई, जिसने इलाके में दहशत फैला दी।
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, मार्टिनेज पर पहले से ही बाल यौन शोषण, कार चोरी और अवैध रूप से बंधक बनाने जैसे गंभीर आरोप थे। इसके बावजूद, जनवरी 2025 में बाइडेन प्रशासन के दौरान उसे ऑर्डर ऑफ सुपरविजन के तहत हिरासत से छोड़ा गया क्योंकि क्यूबा ने उसे वापस लेने से इनकार कर दिया था।
ट्रंप ने कहा, “यह सब बाइडेन प्रशासन की नाकामी है जिसने ऐसे खतरनाक अपराधी को अमेरिकी समाज में घूमने दिया। अब अवैध प्रवासी अपराधियों पर नरमी की नीति हमेशा के लिए खत्म है।” अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने भी इस घटना को पूरी तरह टालने योग्य कहा है। विभाग की सहायक सचिव ट्रिशा मैक्लॉघलीन ने बयान दिया, “अगर बाइडेन प्रशासन इस आपराधिक अवैध प्रवासी को रिहा न करता तो यह भयावह घटना कभी घटित ही नहीं होती।” DHS के मुताबिक, अब इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) आरोपी को निष्कासित करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।
डलास और आसपास रहने वाला भारतीय समुदाय इस हत्या से स्तब्ध है। स्थानीय संगठनों ने कड़ी सुरक्षा और न्यायिक कार्रवाई की मांग की है।
यह भी पढ़ें:
झारखंड: हजारीबाग में एक करोड़ का इनामी सहदेव सोरन सहित तीन नक्सली ढेर!
वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश, इन प्रमुख प्रावधानों पर लगी रोक!
संभल जामा मस्जिद हिंसा और इमरान मसूद ‘हेट स्पीच’ केस की आज सुनवाई !



