तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंपों से जान और माल की भारी हानि हुई। इस घटना में अब तक 46 हजार से अधिक नागरिकों के मारे जाने का अनुमान है। यह आंकड़ा अभी और बढ़ने की संभावना है। दोनों देशों में अभी भी बचाव कार्य जारी है। लेकिन इसी बीच एक ऐसी घटना घटी जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया।
रेस्क्यू टीम ने 13 दिन से मलबे में दबे तीन नागरिकों को जिंदा निकाल लिया है| तीनों 13 दिनों तक बिना भोजन या पानी के मलबे के नीचे फंसे रहे। इस भूकंप से एक तरफ हजारों नागरिकों की जान जा चुकी है| 13 दिन से फंसे नागरिकों को सकुशल बाहर निकालने के बाद इसे कुदरत का करिश्मा बताया जा रहा है| इससे पहले रेस्क्यू टीम ने 12 दिन से मलबे में दबे 45 वर्षीय नागरिक को जिंदा बाहर निकाला था|
इस बीच कुछ दिन पहले तुर्की के हेटे प्रांत में एक घर के मलबे के नीचे से एक नवजात बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। 128 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को जिंदा बाहर निकाल लिया गया। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके बाद दोनों देशों को दुनिया भर से मदद का सिलसिला शुरू हो गया है। भारत ने ऑपरेशन दोस्त के तहत सहायता राशि भेजी है। भारत की एनडीआरएफ की टीम तुर्की और सीरिया में बचाव अभियान चला रही है।
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