तुर्की ने पिछले 30 घंटों में चार भूकंपों का अनुभव किया है। इस भूकंप से देश में भारी तबाही हुई है| वहां की सरकार और प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिया है। सैकड़ों इमारतें गिरने के बाद भूस्खलन में फंसे लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है। इसी तरह भारत भी तुर्की की मदद के लिए आगे आया है। भारत की मदद के बाद तुर्की ने भी भारत का विशेष आभार व्यक्त किया है|
भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत का शुक्रिया अदा करते हुए भारत को अपना ‘दोस्त’ बताया है| उन्होंने ट्वीट किया, ‘सच्चा दोस्त वही है, जो जरूरत के समय काम आए।’ फिरत सुनेल ने अपने ट्वीट में कहा कि दोस्त शब्द का तुर्की और हिंदी दोनों भाषाओं में एक ही अर्थ है। हमारे पास एक तुर्की कहावत है, “दोस्त करा गुंडे बेली ओलुर” (एक दोस्त वह है जो जरूरत के समय काम आता है) बहुत-बहुत धन्यवाद, भारत …|”
MoS @MoS_MEA visited Embassy of Türkiye to express condolences on the devastation caused by today's earthquakes.Conveyed PM @narendramodi’s message of sympathy & humanitarian support. Underscored readiness to send relief material,as well as NDRF & medical teams to assist Türkiye. pic.twitter.com/dFDkpqZtlh
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) February 6, 2023
इससे पहले भारत के विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन तुर्की के दूतावास में शोक व्यक्त करने गए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की थी। सुनेल ने मुरलीधरन के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए भारत का शुक्रिया अदा किया। भारत ने तुर्की को सहायता और चिकित्सा दल भेजा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि एनडीआरएफ खोज और बचाव दल और चिकित्सा सहायता दल तुर्की भेजे जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की दो टीमों में 100 कर्मचारी, प्रशिक्षित डॉग टीम और आवश्यक उपकरण शामिल हैं, जिन्हें तुर्की भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा ने साउथ ब्लॉक में तत्काल राहत पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी| जिसमें कैबिनेट सचिव के साथ गृह मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, रक्षा बलों, विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
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