गोवंश की हत्या और तस्करी को लेकर उत्तरप्रदेश समेत पुरे देश में सख्त कानून होने के बावजूद गौतस्कर अपनी गतिविधियों के लिए नए नए तरीके खोजते दिखते है। ऐसे ही कर की डिग्गी में बछीया काटाने लेजा रहें तस्करों की जानकारी पुलिस को मिली, जिसके बाद पकड़ने गए पुलिस की तस्करों के साथ मुठभेड़ हुई। पुलिस के तरफ से जवाबी करवाई में दो तस्करों के पैरों में गोलियां लगी। तीसरा तस्कर मौके से फरार हो गया।
मेरठ पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिली थी की, दरौला थाना के ममुरी गांव के पास कुछ तस्कर गौकशी की योजना बनाए हुए है। जिसके बाद दरौला और फलावदा थाना की पुलिस ने बदमाशों को दबोचने के लिए घेराबंदी कर ली थी। दौरान डस्टर कार से आते तस्करों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो गो तस्करों ने गाड़ी दौड़ाते हुए पुलिस पर फायरिंग शुरू की। इसी की जवाबी कारवाई में पुलिस ने फायरिंग की जिसके बाद तस्कर गाड़ी खेतों की और ले गए और भागने लगे। दौरान पुलिस और तस्करों के बीच दो तस्करों के घायल होने तक गोलीबारी चलती रही।
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पुलिस की फायरिंग में दो गौतस्कर रिहान और अकरम घायल हुए जबकी दो पुलिस की घेराबंदी तोड़कर फरार हुए है। फलावदा थाना क्षेत्र के दोनों तस्कर रिहान और अकरम इससे पहले भी कई तस्करी की घटनाओं संलिप्त होने की बात की जा रही है। फरार आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस ने खेतों कॉम्बिंग ऑपेरशन चलाया लेकिन वो भाग निकले।
दौरान पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली तब कार की डिग्गी में गाय की काले रंग की बछिया थी, जिसे पैर से बांधकर उसको डिग्गी में ठूस गया था। पुलिस ने गोकशी करने के समान सहित दो तमंचे, तीन कारतूस और चार खोखे भी बरामद किए हैं। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि, मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जब चैकिंग की तो कार सवारों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। यह गैंग कई गोकशी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है और बाकी साथी भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे।