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Friday, December 5, 2025
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यूक्रेन ने रूस के ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला किया तेज !

ओरेनबर्ग गैस कॉम्प्लेक्स पर ड्रोन स्ट्राइक से नुकसान

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रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध एक बार फिर ऊर्जा युद्ध के रूप में नया मोड़ ले चुका है। रविवार को यूक्रेन ने रूस के ओरेनबर्ग गैस प्लांट पर ड्रोन हमला किया, जिससे संयंत्र के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचा। हालांकि, इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

रूसी क्षेत्र ओरेनबर्ग के गवर्नर येवगेनी सोलंतसेव ने पुष्टि की कि देर रात हुए इस हमले में राज्य-स्वामित्व वाली गैस कंपनी के सबसे बड़े संयंत्रों में से एक को निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा कि “कर्मचारियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन प्लांट के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हुए हैं।” इस घटना की जानकारी एजेंसी प्रेस (AP) ने दी है।

ओरेनबर्ग गैस-रासायनिक कॉम्प्लेक्स रूस की प्रमुख ऊर्जा संपत्तियों में से एक है, जिसकी वार्षिक क्षमता 45 अरब घन मीटर गैस उत्पादन की है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह हमला रूस और यूक्रेन के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है, खासकर ऐसे समय में जब यूक्रेन लगातार रूस के तेल और ऊर्जा ढांचे पर हमले कर रहा है।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली ने कुल 45 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए, जिनमें से 23 ड्रोन समारा और सारातोव क्षेत्रों में और कई ओरेनबर्ग क्षेत्र के ऊपर गिराए गए।

पिछले कुछ महीनों में यूक्रेन ने रूस की तेल रिफाइनरियों और ऊर्जा ठिकानों पर हमले बढ़ा दिए हैं, जिससे रूस की ईंधन आपूर्ति प्रभावित हो रही है। कुछ हफ्ते पहले भी यूक्रेन ने समारा क्षेत्र की एक तेल रिफाइनरी पर हमला करने की कोशिश की थी।

वहीं, यूक्रेनी सरकार की ओर से इस हमले पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

इसी बीच, वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई हालिया टेलीफोन वार्ता में, पुतिन ने यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण की मांग दोहराई।

रूस 2014 से दोनेत्स्क क्षेत्र पर कब्जे की कोशिश करता आ रहा है, लेकिन अब तक पूरे क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित नहीं कर सका है। ऊर्जा ढांचों पर बढ़ते हमलों ने संकेत दिया है कि युद्ध अब सिर्फ सैन्य मोर्चे तक सीमित नहीं, बल्कि आर्थिक और रणनीतिक संसाधनों की जंग में बदल चुका है।

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