जम्मू-कश्मीर सीमा अंतर्गत एक सुरंग मिलने का मामला प्रकाश में आया है| सांबा जिले में भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगा यह सुरंग मिला है| आने वाली अमरनाथ यात्रा की पृष्ठभूमि में ये तहखाना मिलने के कारण सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सतर्क हो गई है।
गौरतलब है कि भारत की ओर से जारी होने वाले अमरनाथ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुभक्तगण अमरनाथ यात्रा के लिए जाते है| अतिदुर्गम इस यात्रा को लेकर भारत सरकार की ओर महत्वपूर्ण व्यवस्था के साथ ही साथ सुरक्षा की दृष्टी से भारत सरकार की ओर से सभी तीर्थयात्रियों को भी कड़े इंतजाम किये जाते है| कोविड-19 को लेकर गत कई वर्षों से अमरनाथ यात्रा को विराम दिया गया था, लेकिन भारत सरकार की ओर से दोबारा अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं को जाने की मंजूरी दी गयी है|
जम्मू के संजवा क्षेत्र में 22 अप्रैल को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की बस पर आतंकियों ने हमला किया था| उस समय सुरक्षा बलों ने दो आत्मघाती हमलावरों को मार गिराया था। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मामले की जांच कर रहा है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) मामले को लेकर बीएसएफ के पुलिस महानिरीक्षक डी.के. बूरा ने जांच का आदेश दिया।
अधिकारियों को संदेह है कि दोनों आतंकवादियों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के लिए बेसमेंट का इस्तेमाल किया होगा। पिछले 16 महीनों में यह पहला बेसमेंट है और एक दशक में कश्मीर में 11 पनडुब्बियां मिली हैं। सांबा में बेसमेंट अंतरराष्ट्रीय सीमा से 150 मीटर और सीमा बाड़ से 50 मीटर की दूरी पर है। यह भारत से 900 मीटर दूर एक पाकिस्तानी पुलिस स्टेशन चमन खुर्द के पास मिला था।
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