लखनऊ। PM नरेंद्र मोदी की ओर से 2016 में उत्तर प्रदेश के बलिया में पीएम उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर देने की योजना लॉन्च की गई थी, 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जबरदस्त जीत और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी की बड़ी सफलता के पीछे उज्जवला योजना का खास महत्व रहा। यूपी में 1.47 करोड़ से अधिक परिवारों, राज्य की लगभग आधी आबादी को 2019 तक रसोई गैस कनेक्शन मिल गए थे, इस योजना के दूसरे संस्करण के रूप में इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के महोबा में फिर से आगे बढ़ाया जाएगा।
इस योजना का दूसरा संस्करण 2022 में होने वाले यूपी चुनाव से करीब 6 महीने पहले लॉन्च किया जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से पिछले साल घोषणा की गई थी कि कोविड महामारी के दौरान देश भर में उज्ज्वला योजना के प्रत्येक लाभार्थी को तीन मुफ्त सिलेंडर रीफिल मुहैया कराए जाएंगे। मतलब कि लाभार्थी तीन बार मुफ्त में सिलेंडर भरवा सकते हैं. उज्ज्वला लाभार्थियों को देश भर में दिए गए 14 करोड़ मुफ्त रीफिल में से 1.47 करोड़ लाभार्थियों द्वारा पिछले एक साल में यूपी में कुल 2.71 करोड़ मुफ्त रीफिलिंग कराया गया है। मोदी ने 1 मई, 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया का दौरा करके देश की जनता को इस योजना समर्पित की थी।
इसके तहत 8 करोड़ लोगों को मुफ्त एलपीजी सिलेंडर दिए गए, यह 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही हुआ था, जिसका चुनाव नतीजों में बीजेपी को सीधा लाभ दिखा। 2019 के लोकसभा चुनावों में भी इस योजना ने पार्टी के आंतरिक मूल्यांकन के अनुसार उत्तर प्रदेश में मतदाताओं को लुभाने में इस योजना में बड़ा योगदान था। उज्ज्वला योजना के तहत देश-भर में सबसे ज्यादा फ्री एलपीजी कनेक्शन उत्तर प्रदेश में ही दिए गए थे। यूपी में करीब 1.47 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए थे। 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने अब फिर से यूपी को चुना है, जहां से 10 अगस्त को उज्ज्वला योजना का दूसरा संस्करण लॉन्च किया जाएगा।