लखनऊ। यूपी की महिला एवं विकास कल्याण मंत्री स्वाति सिंह ने कहा है कि मुझे अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी की बुद्धि पर तरस आती है, बिना सोचे-समझे किसी भी मुद्दे पर बयान देने चले आते हैं। न जाने इतना झूठ ये लोग लाते कहां से हैं. बच्चों के कुपोषण के जिस मामले का इन दोनों ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की है, वह 2016 का है। सब जानते हैं कि उस समय सपा की सरकार थी, सपा की प्राथमिकता में जनता का हित कभी था ही नहीं,जिस आंकड़े को संसद में रखा गया वह फोर्थ नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2014-15 का है, वह 2016 में पब्लिश किया गया था, इस आधार पर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना करने वाली प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव को इतना तो पता होना चाहिए कि इसके ठीक पहले दोनों जगह किसकी सरकारें थीं।
आप दोनों का काम अपने हित में सिर्फ जनता में भरम फैलाना है, जनता यह जान चुकी है। वह सपा और कांग्रेस को बार-बार खारिज कर चुकी है,आगे भी खरिज करेगी, मुख्यमंत्री योगी की सरकार में महिलाओं और बच्चों के लिए जो काम हुए हैं उसके लिए आप दोनों के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं. इनका डाटा कोरोना की बाधा के नाते अभी तक एकत्र नहीं किया गया है. जब यह डाटा आएगा तो आओ दोनों गूंगे और बहरे हो जाएंगे, क्योंकि सच सुनना और देखना आपकी आदत नहीं, ट्विटर बहादुर अखिलेश यादव और प्रियंका से जनता की ओर से मैं जाना चाहूंगी कि माताओं और बच्चों के मुंह का निवाला छीन करके उन्होंने कहा खर्च किया? किसी को दान किया या सैफई महोत्सव में उड़ा दिया?