टावर में विस्फोटकों को ब्लास्ट करने के लिए 100 मीटर दूर नियंत्रण कक्ष में एक कंट्रोल स्विच का प्रयोग किया गया था। यहां सिर्फ 6 लोग थे। इसके अलावा 500 मीटर के दायरे में किसी को भी आने की इजाजत नहीं थी। मीडिया को भी इमारत से 600 मीटर दूर रहने को कहा गया।
#WATCH | Once taller than Qutub Minar, Noida Supertech twin towers, reduced to rubble pic.twitter.com/vlTgt4D4a3
— ANI (@ANI) August 28, 2022
नोएडा में अवैध रूप से बनाए गए विशाल ट्विन टावरों को तोड़ा दिया गया है| 9 साल की लंबी अदालती लड़ाई के बाद, ‘सुपरटेक’ के स्वामित्व वाले विशाल टावर ‘एपेक्स’ और ‘सीयन’ को ध्वस्त कर दिया गया है। ‘एपेक्स’ 32 मंजिला इमारत थी और ‘सीयन’ 29 मंजिला इमारत थी। इन भवनों को गिराए जाने के बाद आसपास के क्षेत्र में धूल का गुबार सा बन गया है। इन ट्विन टावरों को 3 हजार 700 किलोग्राम विस्फोटक का उपयोग करके ध्वस्त किया गया है।
इस विध्वंस के लिए नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस विध्वंस के दौरान नोएडा क्षेत्र में 560 पुलिसकर्मी, 100 रिजर्व बल के जवान और एनडीआरएफ की चार टीमों को तैनात किया गया था। नोएडा के सेक्टर 93 ए में ‘एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग’ प्रोजेक्ट में इन टावरों में 850 फ्लैट थे। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे से सटे इन टावरों की ऊंचाई 100 मीटर यानी कुतुब मीनार से भी ऊंची थी| इन टावरों को गिराने से पहले आस-पास के भवनों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया था। करीब 500 मीटर टावर एरिया को सील कर दिया गया था।
योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में अनधिकृत ’ट्विन टावरों’ पर साधा निशाना