उत्तराखंड के जिला मुख्यालय में मस्जिद के विरोध में जन आक्रोश रैली निकाली गयी| इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच पथराव और लाठीचार्ज की घटना हुई| इसके बाद प्रशासन शांति माहौल बनाये रखने के लिए जिले में धारा 163 लागू कर दिया है| शहर में तनाव की स्थिति को देखते हुए अन्य जिलों से भी अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया है।
बता दें कि मस्जिद के खिलाफ जन आक्रोश रैली बुलाने वाले एक समुदाय के धार्मिक संगठन ने चार नवंबर को महापंचायत बुलाई है। दीपावली के त्योहार को लेकर फिलहाल कोई आंदोलन नहीं किया जाएगा। चार नवम्बर को ही आगे आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। यह निर्णय विश्वनाथ मंदिर सभागार में बैठक कर लिया गया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि मामले में आठ के खिलाफ नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
जनाक्रोश रैली बुलाने वाले एक समुदाय के धार्मिक संगठन का कहना है कि यह व्यापारियों की इच्छा है कि वह लाठीचार्ज की घटना के विरोध में अपने प्रतिष्ठान बंद रखें या नहीं। उन्होंने कहा कि वह बाजार बंद कराने के लिए कोई जोर जबरदस्ती नहीं करेंगे। दूसरी तरफ घटना के विरोध में व्यापार मंडल के आह्वान पर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है।
उत्तरकाशी में गुरुवार को मस्जिद विवाद ने बवाल का रूप ले लिया। एक समुदाय के धार्मिक संगठन ने मस्जिद के खिलाफ जनाक्रोश रैली निकाली। पुलिस ने मस्जिद की ओर जाने वाली सड़क पर बैरिकेडिंग लगा दिए, जिससे गुस्साए प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। करीब ढाई घंटे तक गतिरोध की स्थिति बनी रही। इस बीच कहीं से पुलिस की ओर बोतल फेंकी गई, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर किया। पथराव और लाठीचार्ज में प्रदर्शनकारी व पुलिसकर्मी सहित 27 लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद से शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है।
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