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राम मंदिर निर्माण के लिए 115 देशों से पहुंचा जल

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नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 115 देशों से पानी लाया गया है। शनिवार को इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि राम लला के जलाभिषेक के सभी देशों से जल आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषियों ने पूरे विश्व को अपना परिवार माना है। हमने दुनिया को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश दिया है। इसलिए राम मंदिर निर्माण व जलाभिषेक लिए विश्व के सभी देशों से जल आना चाहिए।

इस जल को प्राप्त करने के बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि यह अभिवन सोच है। हर भारतवासी के लिए गौरव का विषय है।  रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत कभी हिंसा का समर्थन नहीं करता। राम मंदिर का निर्माण तब शुरू हुआ जब सुप्रीम कोर्ट ने इस पर फैसला सुना दिया। यह सकारात्मक शुरुआत है। भारत को कभी जाति, धर्म या समुदाय के आधार पर नहीं बांटा जा सकता। बता दें, अभी हाल ही में दिल्ली के एक गैर सरकारी संगठन ने दावा किया था कि उसने राम मंदिर निर्माण के लिए 115 देशों से पानी मंगवाया है।
इस संगठन के प्रमुख दिल्ली बीजेपी के पूर्व विधायक विजय जॉली ने कहा था कि पार्टी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, विश्व हिन्दू परिषद के दिवंगत अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल और पीएम मोदी से ऐसा करने की प्रेरणा मिली है।  संगठन दिल्ली स्टडी सर्किल के अनुसार कंबोडिया, क्यूबा, डीपीआर कांगो, फिजी, फ्रांस, जर्मनी, इटली, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इजराइल, जापान, केन्या, लाइबेरिया, मलेशिया, मॉरिशस, म्यामां, मंगोलिया, मोरक्को आदि देशों से यह जल मंगाया गया है।
India is the only country where sages considered entire world their family &gave message of ‘Vasudhaiva Kutumbakam’. So water for ‘jalabhishek’ & construction should come from all nations: Defence Min Rajnath Singh at event to receive water from 115 nations for Ayodhya Ram Temple
ANI,@ANI  Sep 18, 2021

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