काबुल। तालिबान ने नई सरकार की घोषणा कर दी है। सरकार की मुख्य कमान तालिबान सह संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के हाथों होगी। वहीं ,बताया जा रहा है कि अखुनजादा को संरक्षक या सुप्रीम लीडर बनाया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार तालिबान के संस्थापक मुल्ला उम्र के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब और मोहम्मद अब्बाद स्तेनकजई को सरकार में बड़ा ओहदा मिल सकता है।
कौन है बरादर: तालिबान के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर रॉयटर्स को बताया, ‘सभी शीर्ष नेता काबुल पहुंच गए हैं, जहां नई सरकार की घोषणा करने की तैयारी अंतिम चरण में है।’ एक अन्य तालिबान सूत्र ने कहा कि तालिबान के सर्वोच्च धार्मिक नेता हैबतुल्लाह अखुनजादा इस्लामी नियमों के तहत शासन और धार्मिक मामलों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। मुल्ला गनी बरादर को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और पाकिस्तान ने साल 2010 में एक ऑपरेशन में गिरफ्तार किया था। इसके बाद बरादर 8 साल तक पाकिस्तान की जेल में रहे। 2018 में अमेरिकी दबाव के बाद पाकिस्तान ने उसे रिहा कर दिया। फिर बरादर को कतर स्थानांतरित कर दिया गया जहां बरादर दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख नियुक्त किए गए। यहां उन्होंने उस समझौते पर हस्ताक्षर किए जिसके कारण अमेरिकी सेना को अपने 20 साल के अभियान को वापस लेने का समझौता करना पड़ा।
काबुल में खुला रहेगा चीनी दूतावास: तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ट्वीट किया, ”कतर के दोहा में इस्लामिक समूह के राजनीतिक दफ्तर के सदस्य अब्दुल सालम हनाफी की चीन के उप-विदेश मंत्री वू जियांगहाओ से फोन पर बात हुई है।” सुहैल के मुताबिक, चीन के उप विदेश मंत्री ने कहा कि काबुल में उनका दूतावास खुला रहेगा और पहले की तुलना में रिश्ते को और मजबूत किया जाएगा। चीन ने कहा कि अफगानिस्तान क्षेत्र के विकास और सुरक्षा में अहम भूमिका निभा सकता है। प्रवक्ता ने कहा, ”चीन मानवीय सहायता को जारी रखेगा और बढ़ाएगा खासकर कोविड-19 के इलाज के लिए।” उधर, बीजिंग में नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब सवाल पूछा गया तो चीन के प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान में इसका दूतावास दो देशों के बीच लेनदेन के लिए अहम चैनल है और इसका संचालन सामान्य है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, ”हम आशा करते हैं कि तालिबान एक खुला और समावेशी राजनीतिक ढांचा बनाएगा, उदार और स्थिर घरेलू और विदेश नीति अपनाएं और सभी आतंकवादी समूहों से नाता तोड़ ले।”
पहले से भी ज्यादा आधुनिक: तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम चीन के वन बेल्ट वन रोड प्रोजेक्ट का समर्थन करते हैं। तालिबान ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से एशिया से अफ्रीका तक आपस में जुड़ सकेंगे। इस रूट पर बड़े पैमाने पर बंदरगाह, रेलवे नेटवर्क, रोड और इंडस्ट्रियल पार्क मौजूद होंगे। एक इतालवी अखबार को दिए मुजाहिद के इंटरव्यू के हवाले से जियो न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि देश में कॉपर की बड़ी संख्या में खदानें हैं, उन्हें चीन की मदद से चलाया जा सकता है और पहले से आधुनिक बना सकते हैं। इसके अलावा पूरी दुनिया के बाजार से जुड़ने के लिए चीन हमारे लिए रास्ता बन सकता है। चीन ने तालिबान को लेकर अपने बयानों में कहा है कि वह उसके साथ काम करने को तैयार है और उम्मीद जताई है कि तालिबान ने अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं होने देगा।