यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेनाएं बड़े शहरों को घेर रही हैं और इस तरह की दयनीय स्थिति पैदा करना चाहती हैं कि यूक्रेन के नागरिकों को उनका सहयोग करना पड़े| हालांकि, जेलेंस्की ने शनिवार को चेताया कि ये रणनीति सफल नहीं होगी और अगर रूस युद्ध को समाप्त नहीं करता है तो उसे लंबे समय तक नुकसान उठाना पड़ेगा|
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘क्षेत्रीय अखंडता बहाली और यूक्रेन के लिए न्याय का समय आ गया है| ऐसा नहीं करने की स्थिति में रूस को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जिससे वे पीढ़ियों तक उभर नहीं पाएंगे|’ जेलेंस्की ने फिर से पुतिन से सीधे उनसे मिलने का आग्रह किया| उन्होंने कहा, ‘यह मिलने का समय है, बात करने का समय| मैं चाहता हूं कि खासकर मॉस्को में हर कोई मेरी बात सुने|’
उधर, कीव में शनिवार को भी भारी गोलाबारी जारी रही और रूसी सेना ने पोलैंड की सीमा के करीब ल्वीव के बाहरी इलाके में एक विमान मरम्मत केंद्र की स्थापना की| रूसी घेराबंदी का सामना कर रहे मारियुपोल में स्थित अजोवस्ताल स्टील इकाई पर रूस ने नियंत्रण कर लिया है| ये इकाई यूरोप की सबसे बड़ी स्टील इकाइयों में से एक है|
वहीं, यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरयाना वेरेशचुक ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन और रूस के अधिकारी युद्धग्रस्त मारियुपोल, कीव और लुहांस्क क्षेत्र में मानवीय सहायता पहुंचाने और आम लोगों को बाहर निकलने देने के लिए 10 मानवीय गलियारे बनाने को लेकर सहमत हुए हैं|
जेलेंस्की के एक सलाहकार मिखाइलो पोदोलीक ने रूसी मूल्यांकन को ‘मीडिया में तनाव भड़काने वाले’ के रूप में चित्रित किया| उन्होंने ट्वीट किया, ‘हमारी स्थिति बदली नहीं है| युद्धविराम, सैनिकों की वापसी और ठोस फार्मूलों के साथ मजबूत सुरक्षा गारंटी|’
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