आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, संदीपन गर्ग गुवाहाटी स्थित सीआईडी मुख्यालय में पूछताछ के लिए एसआईटी के सामने पेश होने आए थे। इसके तुरंत बाद यह गिरफ्तारी हुई। उन्हें बुधवार को ही मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में पेश किया जा सकता है।
दिवंगत गायक के चचेरे भाई संदीपन गर्ग कथित तौर पर सिंगापुर में उस नाव पर सवार थे जहां जुबीन गर्ग की मौत हुई थी। संदीपन ने सोशल मीडिया पर पहले कहा था कि उन्होंने इस सप्ताह एसआईटी के साथ लंबी पूछताछ के दौरान पूरा सहयोग किया था।
इस केस की जांच को पारदर्शी और जल्द से जल्द पूरा करने का आदेश मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पहले ही दे चुके हैं। एसआईटी ने संदीपन गर्ग की गिरफ्तारी से पहले ही चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
1 अक्टूबर को टीम ने जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ सरमा और कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महंत को गिरफ्तार किया, जिन्होंने सिंगापुर में उस संगीत समारोह को आयोजित किया था। दोनों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
इसके बाद जुबीन गर्ग के दो बैंडमेट्स- संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी और गायिका अमृतप्रभा महंत को हिरासत में ले लिया गया और आगे की पूछताछ के लिए 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
बताया जा रहा है कि जुबीन गर्ग के बैंड के सदस्यों में से एक, शेखर ज्योति गोस्वामी ने आरोप लगाया था कि गायक को उनके मैनेजर सिद्धार्थ सरमा और श्यामकानु महंत ने जहर दिया था।
दूसरी तरफ जुबीन गर्ग की पत्नी ने एक इंटरव्यू में उनकी मौत पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जब मैनेजर वहां मौजूद था तो जुबीन की सेहत का ख्याल क्यों नहीं रखा गया। वह पिछले टूर से थक गए थे, फिर भी उन्हें स्कूबा डाइविंग के लिए ले मजबूर किया गया।



