दिवाली का त्योहार मिठास से भरा होता है, लेकिन मधुमेह (डायबिटीज़) के मरीज़ों के लिए यह समय चुनौती भरा साबित हो सकता है। पारंपरिक मिठाइयों की खुशबू, दोस्तों का दबाव और अनियमित खानपान ग्लूकोज़ स्तर को असंतुलित कर सकते हैं। लेकिन अनुभवी डॉक्टर्स का कहना है कि थोड़ी सी सावधानी और योजना के साथ, डायबिटीज़ के मरीज़ भी दिवाली का आनंद सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से ले सकते हैं।
दिवाली पर ब्लड शुगर को संतुलित रखने के लिए सात अहम सुझाव आज कल सभी डॉक्टर्स अपने पेशंट्स को देना चाहते है वह कुछ इस प्रकार है:
दिवाली पर डायबिटीज़ मरीज़ों के सामने आने वाली चुनौतियाँ
- ज्यादा शुगर वाली मिठाइयाँ: पारंपरिक मिष्ठान जैसे लड्डू, बर्फी और जलेबी में अत्यधिक शक्कर और कैलोरी होती है, जिससे ब्लड ग्लूकोज़ तेजी से बढ़ता है।
- अनियमित खानपान: त्योहारों में तय समय पर भोजन करना मुश्किल होता है, जिससे दवा और भोजन का संतुलन बिगड़ सकता है।
- शारीरिक गतिविधि में कमी: छुट्टियों में आमतौर पर शारीरिक सक्रियता घट जाती है, जिससे शुगर लेवल नियंत्रित रखना कठिन होता है।
- भावनात्मक कारण: खुशियों और दबाव के माहौल में लोग अक्सर ज़रूरत से ज़्यादा खा लेते हैं।
स्वाद और सेहत दोनों का संतुलन रखें
त्योहार शुरू होने से पहले अपने डॉक्टर या डायटिशियन से मिलें। दवाओं और इंसुलिन की डोज़ को स्थिर रखें और भोजन का शेड्यूल उसी हिसाब से तय करें। मिठाई का त्याग नहीं, मात्रा पर नियंत्रण ज़रूरी है। बड़ी मात्रा में मिठाई खाने के बजाय छोटे हिस्से चुनें। घर पर मिठाइयाँ बनाते समय स्टेविया, खजूर या गुड़ जैसे प्राकृतिक विकल्पों का उपयोग करें।
अगर आपने कोई हाई-कार्ब मिठाई खाई है, तो बाकी भोजन में दालें, पनीर, अंकुरित अनाज या नट्स जैसे प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
त्योहार के दौरान भी सक्रिय रहना जरूरी है। भोजन के बाद 10–15 मिनट टहलना या परिवार संग खेलना मददगार होता है। रंगोली बनाना या घर की सजावट करना भी एक्टिविटी का हिस्सा हो सकता है। पर्याप्त पानी पीने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है। मीठे पेय और शराब से दूरी बनाएं या बहुत सीमित मात्रा में लें।
ग्लूकोमीटर या कंटीन्युअस ग्लूकोज़ मॉनिटर (CGM) से शुगर लेवल बार-बार चेक करें। इससे आप जान पाएँगे कि कौन-से खाद्य पदार्थ आपके ग्लूकोज़ स्तर को प्रभावित कर रहे हैं। त्योहार में सामाजिक दबाव होता है, लेकिन आप विनम्रता से कह सकते हैं, “बस थोड़ा सा ही लूँगा।” इससे आप अपने नियंत्रण में रहते हुए भी रिश्तों को बनाए रख सकते हैं।
अगर परिवार के किसी सदस्य को डायबिटीज़ है, तो त्योहार में सबकी जिम्मेदारी है कि माहौल सहयोगी हो। मेहमानों के लिए शुगर-फ्री स्नैक्स जैसे फ्रूट प्लेटर, भुना चना या थोड़े से ड्राई फ्रूट रखें। इस तरह थोड़ी सावधानी, संतुलित खानपान और सक्रियता के साथ डायबिटीज़ के मरीज़ भी दिवाली की रोशनी और मिठास का पूरा आनंद ले सकते हैं, वह भी बिना अपनी सेहत को जोखिम में डाले।
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