अगर हम हिंदी के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और उसका निर्वाह करें तो निश्चित ही हिंदी वैश्विक मंच पर भी शीर्ष पर होगी। उक्त बातें हिंदी अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष व गीतकार स्वानंद किरकिरे ने कही। स्वानंद किरकिरे ने कहा कि केवल सरकारी प्रयासों से हिंदी को हम वैश्विक मंच पर स्थापित नहीं कर सकते. इसके लिए हम सभी को अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना होगा। युवाओं को इसमें आगे आकर अहम भूमिका निभानी होगी। हिंदी अकादमी, दिल्ली द्वारा आयोजित संचालन समिति के परिचय सम्मेलन में हिंदी फिल्मों के गीतकार, निर्देशक और कलाकार स्वानंद किरकिरे ने कहा कि हिंदी अकादमी, दिल्ली द्वारा हिंदी के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं।
हिंदी आकदमी के उपाध्यक्ष ने कहा, ‘हम अभिव्यक्ति की आजादी की बात करते हैं, मगर अभिव्यक्ति के माध्यम की बात नहीं करते। आज की नई पीढ़ी को हिन्दी-पुस्तकों और हिन्दी भाषा से जोड़ना अति आवश्यक है। तकनीक के माध्यम से हम यह कार्य अधिक सरलता से कर सकते हैं। हिंदी अकादमी के सचिव डॉ. जीतराम भट्ट ने कहा कि दिल्ली की हिंदी अकादमी ने कोरोना काल से पहले हिंदी से संबंधित रिकॉर्ड कार्यक्रम आयोजित किए। उन्होंने कहा कि समूची दिल्ली में अकादमी के 14 केंद्रों के माध्यम से हिंदी भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार का कार्य किया जा रहा है।