आज की जीवनशैली मशीनों पर निर्भर हो रही है। कंप्यूटर और गैजेट के सहारे लोग कुर्सी या बिस्तर से हिलते नहीं हैं और शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं। शारीरिक गतिविधियां कम होने से शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है, इसलिए एक स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम, अच्छा आहार और पैदल चलना बहुत जरूरी है। आज हम आपको पैदल चलने से शरीर को होने वाले लाभ के बारे में बताएंगे, जो किसी सप्लीमेंट की तुलना में तेजी से काम करता है।
आयुर्वेदिक में पैदल चलने को वात से जोड़ा गया है। पैदल चलने से शरीर में वात दोष संतुलित रहता है। सर्दियों में बदलते मौसम की वजह से वात और कफ दोनों बढ़ जाते हैं, ऐसे में पैदल चलना शीत ऋतु में जरूरी माना गया है। पैदल चलने से हृदय और पाचन शक्ति मजबूत होती है, नींद में सुधार आता है, और शरीर में ऊर्जा प्रवाह सुधरता है। इसलिए खाने के बाद हमेशा 500 कदम रखने की सलाह दी जाती है। हालांकि सिर्फ खाने के बाद ही चलना उपयोगी नहीं होता है। दिन के तीन पहर पैदल चलना शरीर के लिए औषधि की तरह काम करता है।
सुबह की सैर शरीर के लिए ऊर्जा का स्रोत होती है। सुबह के समय तेजी से चलने से शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है, मेटाबॉलिज्म तेज होता है, और तनाव कम होता है। सुबह की सैर के लिए कम से कम 30 मिनट तक तेजी से चलें और हाथों को फैलाकर गहरी सांस भी लें। दोपहर के वक्त खाना खाने के बाद भी वॉक करना जरूरी होता है। खाना खाने के बाद लोग आलस की वजह से बिस्तर पर लेट जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे मोटापा तेजी से बढ़ता है। खाना खाने के बाद 20 मिनट बाद वॉक करना लाभकारी होगा। इससे गैस बनने की परेशानी नहीं होगी, पेट का पाचन भी दुरुस्त होगा, ब्लड शुगर नियंत्रित रहेगा, और नींद में भी सुधार होगा।
रात को खाना खाने के बाद हल्की सैर लेना भी जरूरी होता है, लेकिन ध्यान रखने वाली बात ये है कि रात के समय तेजी से नहीं चलना चाहिए। इससे शरीर एक्टिवेट हो जाता है और मस्तिष्क नींद लाने वाले हार्मोन नहीं बना पाता है, इसलिए हल्के कदमों से वॉक करें। इससे पाचन सही रहेगा और खाना पूरे शरीर को पोषित करेगा।
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