शिवसेना नेता संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद अगर उत्तर भारत में उनकी पार्टी चुनाव लड़ा होता तो आज देश में शिवसेना का प्रधानमंत्री होता। उन्होंने कहा कि उस समय पार्टी को लेकर लहर थी,लेकिन पार्टी ने भाजपा के लिए उत्तर भारत चुनाव नहीं लड़ा। संजय राउत के बयान पर बीजेपी नेता राम कदम ने हमला बोला है। राम कदम ने कहा कि शिवसेना को ज्ञान देने से अच्छा होता वे आत्मविश्लेषण करते।
बता दें कि संजय राउत का यह बयान उस समय आया है जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर कहा था कि शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन कर 25 साल बर्बाद कर दिए। संजय राउत ने कहा कि हम महाराष्ट्र में बीजेपी को नीचे से ऊपर तक ले गए। बाबरी के बाद उत्तर भारत में शिवसेना की लहर थी, अगर हम उस समय चुनाव लड़ते तो देश में हमारा (शिवसेना) पीएम होता लेकिन हमने उनके लिए छोड़ दिया। संजय राउत बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा केवल सत्ता के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल करती है।”
उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व पर अपनी पार्टी के रुख को दोहराते हुए कहा विचारधारा पर भाजपा का स्वामित्व नहीं है। “शिवसेना प्रमुख ने हमें हिंदुत्व के बारे में बताया था। हम हिंदुत्व के लिए सत्ता चाहते थे। अब हम जो देख रहे हैं, वह हिंदुत्व जो इन लोगों (भाजपा) द्वारा किया जाता है, केवल एक दिखावा है। उनका हिंदुत्व सत्ता के लिए है। वे केवल हिंदुत्व का नकली खाल पहन रखे हैं। लोग हमसे पूछते हैं कि क्या हमने हिंदुत्व छोड़ दिया है। लेकिन हमने हिंदुत्व को नहीं बल्कि बीजेपी को छोड़ा है। बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है।
वहीं बीजेपी नेता राम कदम ने उद्धव ठाकरे के बयान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि शिवसेना को भाषणबाजी करने के बजाय आत्मविश्लेषण करना चाहिए। कि पार्टी या उद्धव ठाकरे बाला साहेब के बताये पद चिन्हों चल रहे हैं क्या। उन्होंने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने कहा था कि वे कभी भी स्वयं या राजनीति में कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे। अगर ऐसी स्थिति बनती है तो वह पार्टी का कार्यालय बंद करना पसंद करेंगे।
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे के भाषण पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, जवाहरलाल नेहरू आदि को जयंती या अन्य मौके पर फूल मालाएं अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। लेकिन, क्या राहुल गांधी, सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी ने कभी भी बाला साहेब ठाकरे के प्रति ट्वीट कर श्रद्धा व्यक्त की है।
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