मछली बाजार पर चला बुलडोजर, कहीं वोट बैंक पर तो नजर नहीं, जानें सच्चाई

मछली बाजार पर चला बुलडोजर, कहीं वोट बैंक पर तो नजर नहीं, जानें सच्चाई

file photo

मुंबई। अरब सागर के तट पर बसी मुंबई, इससे सटे कोंकण व यहां बड़ी संख्या रह रहे मूल कोंकणवासियों समेत ‘ मिनी भारत ‘ कहलाने वाले इस महानगर में यदि खानपान की विविधता व जायके की बात चले और सी-फ़ूड का जिक्र न निकले, यह हो ही नहीं सकता। सी-फ़ूड में भी मछली इसके शौकीनों की अजीज हुआ करती है।  मछली और फूल मार्केट के मामले में समूची मुंबई में दादर को प्रमुख केंद्र माना जाता रहा है। मछली के मामले में तो दादर मराठीपन की ठोस पहचान है।  मराठीपन इसलिए कि महाराष्ट्रीयनों की पसंदगी के मुताबिक हरेक तरह की मछली यहां मुहैया है। लेकिन, दादर के इसी मशहूर मछली बाजार पर उसी शिवसेना-सत्तासीन मुंबई मनपा ने बुलडोजर चलवा दिया है, जो मराठी अस्मिता का दम भरते हुए पैदा हुई और उसी के बलबूते पली-बढ़ी। मनपा के इस रवैए से लोगों में भारी असंतोष फैला हुआ है।

मराठियों के वजूद का सवाल: मनपा के अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर मनपा प्रशासन का कहना है कि ऐसा  परिसर में ट्राफिक जाम लगने की समस्या को हल करने के नजरिए से किया गया है। लेकिन लोगों का आरोप है कि यह कार्रवाई परिसर में खड़े गगनचुंबी टॉवरों में रहने वालों के इशारे पर की गई है। इन लोगों ने सवाल उठाया है कि अगर यूँ ही चलता रहा, तो फिर मुंबई में मराठियों का वजूद ही शेष नहीं रहेगा।
बिना नोटिस के कारवाई का आरोप: मनपा अधिकारियों की इस कार्रवाई के दौरान  मछली मार्केट के विक्रेताओं ने इसका जमकर विरोध किया, पर  उसे दरकिनार कर मार्केट को जमींदोज कर दिया गया। यहां के मछली विक्रेताओं का आरोप है कि मनपा ने यह  कार्रवाई करने से पूर्व उन्हें मार्केट खाली करने का नोटिस नहीं दिया, लेकिन मनपा के जी / उत्तर विभाग के सहायक आयुक्त किरण दिघावकर का इस आरोप को खारिज करते हुए कहना है कि तोडू कार्रवाई बाकायदा नोटिस दिए जाने के बाद ही की गई।
विक्रेताओं का स्थानांतरण: तोडू कार्रवाई के बाद अब दादर मछली मार्केट के मछली विक्रेताओं का स्थानांतरण किया जाएगा। उन्हें  ऐरोली और मरोल में एडजस्ट किया जाएगा। इनमें फुटकर व थोक दोनों तरह के कारोबारियों का समावेश है, जिनमें से  27 थोक विक्रेताओं को ऐरोली में अत्याधुनिक ठिकाने मुहैया कराए जाने की बात कही ज्जा रही है।  बाकी 10 फुटकर विक्रेताओं को अंधेरी के मरोल स्थित मार्केट में स्थानांतरित किया जाएगा।
क्या है कार्रवाई की सचाई?: दादर के मछली मार्केट में  हैदराबाद और विशाखापट्टनम  से मंगाई मीठे पानी की मछलियों की थोक विक्री की जाती थी। वहां से मछलियां लेकर आने वाले ट्रकों की वजह से दादर सेनापति बापट मार्ग पर ट्राफिक जाम लगने की समस्या का हवाला देते हुए इस मछली मार्केट पर बुलडोजर चलाया गया होने के बावजूद असलियत कुछ और ही है ?  मार्केट के विक्रेताओं ने सवाल उठाया है कि मनपा प्रशासन बताए, क्या है यह सचाई ? / मछली मार्केट परिसर के रहने वालों की इस मछली मार्केट के बारे में लगातार शियत की जा रही थी, दुर्गंध व गंदगी की वजह थी, इस कारण स्थानीय शिवसेना नगरसेविका प्रीति पाटणकर ने इस कार्रवाई के लिए आग्रह किया था अथवा दूसरी तरफ, ऑनलाइन मछली विक्री का तेजी से पसर रहा जाल  इस तोडू कार्रवाई के पीछे निहित वजह तो नहीं,  यह गहरी आशंका भी जताई जा रही है।
नजर वोट बैंक पर: दादर मछली मार्केट परिसर की स्थानीय शिवसेना नगरसेविका प्रीति पाटणकर लगातार इस मछली मार्केट हटाए जाने के लिए फॉलोअप कर रही थीं और इसी दरमियान यह तोडू कार्रवाई हुई।  मुंबई मनपा के चुनाव के लिए अब कुछ ही माह बाकी रह गए हैं।  ऐसे में यह कार्रवाई होना ध्यानाकर्षक है। इसी के मद्देजनर यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या आगामी मनपा चुनाव के नजरिए से वोट बैंक पर नजर रख मनपा में सत्तासीन शिवसेना के इशारे पर तो यह कार्रवाई नहीं की गई ?

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