कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने रामटेक के संस्कृत विश्वविद्यालय में स्थापित देश के पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की प्रतिमा के अनावरण का करने से इंकार कर दिया है।
सोमवार को नागपुर विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में श्री चव्हाण ने कहा कि रामटेक के कविकुलगुरु कालिदास संस्कृत विश्व विद्यालय का दीक्षांत समारोह 21 दिसंबर को होना है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से यहां स्थापित नरसिम्हा राव की प्रतिमा का अनावरण करने का अनुरोध किया था। पर हमे पता चला है की उन्होंने इस निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया। बताया जा रहा है कि राज्यपाल कार्यालय से कहा गया है राज्यपाल के आगमन से पहले प्रतिमा का अनावरण कर दिया जाए। इसलिए विश्वविद्यालय ने राज्यपाल के आगमन से ठीक एक दिन पहले 20 दिसंबर को इस प्रतिमा के अनावरण समारोह का आयोजन किया है।
श्री चव्हाण ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव कांग्रेस के नेता होने के साथ ही देश के प्रधानमंत्री भी थे। उन्हें देश के एक महान और विद्वान नेता के रूप में जाना जाता है। दिलचस्प बात यह है कि राव रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद भी थे। उनके समय में देश में कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार किए गए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल द्वारा महाराष्ट्र और देश का प्रतिनिधित्व करने वाले श्री राव की प्रतिमा का अनावरण न करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
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