वाइन की नई परिभाषा बता रहे उप मुख्यमंत्री अजित पवार

विदेशी में लोग पानी की जगह पीते हैं

वाइन की नई परिभाषा बता रहे उप मुख्यमंत्री अजित पवार

राज्य सरकार ने अंगूर उत्पादकों के साथ-साथ शराब उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बड़े किराना स्टोर या सुपरमार्केट के साथ-साथ वॉक-इन स्टोर में शराब की बिक्री की अनुमति देने का निर्णय लिया है। इसको लेकर हो रहे आलोचना के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने वाइन की नई परिभाषा बता रहे हैं। अजित पवार ने कहा कि वाइन और शराब में जमीन आसमान का फर्क है। यह शराब नहीं। विदेशों में तो लोग इसे पानी की जगह पीते हैं। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने शराब बिक्री के मुद्दे पर सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि कई देशों में पानी की जगह शराब का सेवन किया जाता है।

क्या कहा अजित पवार ने?
पुणे में कोरोना स्थिति की समीक्षा बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अजीत पवार ने शराब को लेकर राज्य सरकार के फैसले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। शराब विवाद के बारे में पूछे जाने पर, अजीत पवार ने अपनी भूमिका के बारे में कहा कि वाइन और शराब में बहुत फर्क होता है।

हमारे राज्य में कई किसान विभिन्न प्रकार के फलों का उत्पादन करते हैं।  अंगूर, काजू से शराब बनाई जाती है।  ऐसे कई फल हैं।  हमारे यहां शराब पीने वालों की संख्या बहुत कम है। महाराष्ट्र में ज्यादा शराब की खपत नहीं होती। यह अन्य राज्यों और कुछ को विदेशों में निर्यात किया जाता है।

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