दिल की बात जुबां पर आई,देवेंद्र फडणवीस की सक्रियता से क्या परेशान हैं CM ठाकरे?

दिल की बात जुबां पर आई,देवेंद्र फडणवीस की सक्रियता से क्या परेशान हैं CM ठाकरे?

file photo

मुंबई। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस की सक्रियता से परेशान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के दिल की बात आखिरकार जुबान पर आ गई। फडणवीस के तूफान प्रभावित कोंकण के दौरे पर जाने के बाद शुक्रवार को सिंधुदुर्ग पहुंचे मुख्यमंत्री ने फडणवीस पर कंज कसते हुए कहा कि मैं विपक्ष का नेता नहीं हूं और न मैं हताश हूं। कोकण से शिवसेना का पुराना रिश्ता है। इसे कोई तोड़ नहीं पाएगा। बता दें कि फडणवीस पिछले दो दिनों से चक्रवात प्रभावित कोंकण और पश्चिम महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री चार घंटे का दौरा कर विमान से मुंबई लौट आए।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कोंकण क्षेत्र में चक्रवात ताउते से बुरी तरह प्रभावित हुए रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने दोनों जिलों के प्रशासन को, चक्रवात ताउते की वजह से फसलों को हुए नुकसान का आकलन दो दिनों में करने के आदेश दिए। ठाकरे सुबह रत्नागिरि पहुंचे और चक्रवात की वजह से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए जिला प्राधिकारियों के साथ बैठकें की। मुख्यमंत्री ने कहा-मैंने कहा कि बागवानी और कृषि को हुए नुकसान का आकलन दो दिन में पूरा किया जाए। प्रक्रिया पूरी हो जाने और किस हद तक नुकसान हुआ है, इसका अनुमान लग जाने के बाद वित्तीय मदद देने के बारे में निर्णय किया जाएगा।’’ रत्नागिरि के बाद ठाकरे सिंधुदुर्ग जिला गए। चक्रवात ने महाराष्ट्र के कई तटीय जिलों में भी तबाही मचाई थी।

फडणवीस ने यूं दिया कारारा जवाब
मुख्यमंत्री के इस तरह के बयान पर आश्चर्य जताते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि मुझे राजनीतिक टिप्पणी नहीं करनी है। लेकिन प्रधानमंत्री के गुजरात दौरे पर सवाल उठाने वालों से मैं पूछना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री ने केवल दो जिलों का दौरा क्यों किया? उन्होंने रायगड, सातारा और कोल्हापुर में क्यों नहीं गए? फडणवीस ने कहा कि मैं भी कह सकता हूं कि मुख्यमंत्री ने कोंकण में केवल तीन घंटे का दौरा करके वापस लौट गए। फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री की राजनीतिक बयानबाजी आश्चर्यकारक है।

 

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