देवेंद्र फडणवीस सरकार बनने के बाद पहली बार ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने महाविकास अघाड़ी जाने के बाद एनसीपी के तीसरे कद्द्वार नेता हसन मुश्रिफ के कोल्हापुर और पुणे के ठिकानों पर छापा मारा। बताया जा रहा है कि ईडी ने यह कार्रवाई कोल्हापुर में कागल स्थित घर और पुणे में ब्रिक्स इंडिया कंपनी के ऑफिस पर की। गौरतलब है कि बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने अप्पा साहेब नलावडे शुगर मिल से जुड़े मामले में 100 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया था।
ईडी ने यह कार्रवाई सुबह 6.30 बजे शुरू की। इस दौरान करने वाले टीम में 20 अधिकारी थे। जब ईडी अधिकारी कोल्हापुर स्थित घर पर कार्रवाई कर रही थी। उस समय हैं मुश्रीफ के समर्थक घर के बाहर नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
बताया जाता है कि बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि हसन और उनके दामाद मतीन मंगोली ने मिलर 100 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि 2020 में अप्पासाहेब नलावडे शुगर मिल को फर्जी तरीके से बेच दिया गया था। यह एक तरह से हसन के दामाद की कंपनी को फ़ायदा पहुंचाया गया है। जबकि ब्रिक्स कंपनी को शुगर मिल चलाने का कोई अनुभव नहीं है।
इस कार्रवाई पर हसन ने आरोप लगाया है कि बीजेपी विशेष धर्म के लोगों को टारगेट कर रही है। उन्होंने कहा कि मेरे बाद मुंबई के कांग्रेस नेता असलम शेख पर कार्रवाई करने की बात की जा रही है। मुझसे पहले नवाब मलिक पर कार्रवाई की जा चुकी है। मालूम हो कि हसन के ठिकानों पर यह दूसरी बार कार्रवाई की जा रही। हसन ने आरोप लगाया कि ईडी को पहली कार्रवाई में कुछ नहीं मिला। बावजूद इसके दूसरी बार फिर ईडी ने मेरे घर और कंपनी पर कार्रवाई कर रही है।
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