मुंबई। ED मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपनी जांच के तहत महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख द्वारा खरीदे गए 15 प्लॉटों की जांच कर रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया के पास मौजूद दस्तावेजों से पता चलता है कि ये प्लॉट प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर खरीदे गए थे, जिसमें सलिल देशमुख की नियंत्रण हिस्सेदारी है। बता दें कि लगभग 300 करोड़ रुपये मूल्य की 8.3 एकड़ जमीन NH 348 पलासपे फाटा से JNPT से थोड़ी दूरी पर स्थित है। इसमें से जमीन का एक टुकड़ा एक स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से भी खरीदा गया था।ईडी के सूत्रों से पता चला है कि सलिल का इस कंपनी में कंट्रोलिंग स्टेक है।
इसको लेकर अनिल देशमुख को भेजे गए ईमेल और टेक्स्ट संदेशों का कोई जवाब नहीं आया। TOI के पास उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार, जमीन का ये लेनदेन 2006 और 2015 के बीच किया गया था। टीओआई ने इलाके का दौरा किया और पाया कि एक दूसरे से सटे कई प्लॉट खरीदे गए थे। बता दें कि ये जमीनें जसाई तलाठी सीमा, उरण तहसील के धूतुम गांव में हैं।दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी रामदशेठ ठाकुर के रिश्तेदार चंद्रभागा पाटिल ने बताया कि “ये प्लॉट अनिल देशमुख और उनके परिवार के सदस्यों को बेचे गए थे। यह एक कंपनी (प्रीमियर पोर्ट लिंक्स प्राइवेट लिमिटेड) के नाम से रजिस्टर हुए। इसके अलावा कई किसानों ने अपनी जमीन बेच दी और ज्यादातर को नकद पेमेंट किया गया।