महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख बुधवार को एक साल, एक माह 27 दिन के बाद जेल से रिहा हो गए। देशमुख पर धन शोधन करने का आरोप था। जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने कहा कि मुझे झूठे मामले में फंसाया गया है। मालूम हो कि मुंबई के पूर्व कमिश्नर ने आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने पुलिस कर्मियों से कह रखा था कि वे होटल रेस्त्रां वालों से सौ करोड़ की वसूली करें।
जेल से निकलने के बाद एनसीपी के कई नेता अजित पवार,सुप्रिया सुले ,छगन भुजबल आदि नेता उन्हें रिसीव करने पहुंचे थे। जब अनिल देशमुख जेल से बाहर आये तो उन्होंने कहा कि मुझे झूठे केस में फंसाया गया था। सचिन वाजे के के आरोप में कोई सचाई नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस और सीबीआई मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं दे पाए। बावजूद इसके 14 माह झूठे केस में जेल में रखा गया।
गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने तब के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे से हर माह होटल और रेस्त्रां से सौ करोड़ वसूली करने को कहा था। इसके बाद सीबीआई ने इस मामले में देशमुख के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके बाद सीबीआई और ईडी ने के एफआईआर के आधार पर कार्रवाई की गई थी। उन पर आरोप है कि उन्होंने होटल और रेस्त्रां मालिकों से 4.7 करोड़ रुपये वसूले थे।
ये भी पढ़ें
भारत के लिए 40 दिन अहम, जनवरी में आ सकती है कोरोना की नई लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन की तबीयत खराब, यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती