दंगे भड़काने का रहा है इतिहास, रजा अकादमी पर लगे प्रतिबंध

भाजपा विधायक भातखलकर ने सीएम को लिखा पत्र

दंगे भड़काने का रहा है इतिहास, रजा अकादमी पर लगे प्रतिबंध

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हिंदुत्व के नाम पर राजनीति करने वाले शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में एक संगठन राज्य में  दंगे भड़का रहा है। त्रिपुरा हिंसा के नाम पर महाराष्ट्र में मोर्चा आयोजित करने वाले रजा अकादमी पर पांबदी की मांग हो रही है। भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने रजा अकादमी पर राज्य में दंगे भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पर तुरंत पाबंदी लगाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में भातखलकर ने कहा कि त्रिपुरा में एक धार्मिक स्थल पर हमले की अफवाह फैलाई गई।

रजा अकादमी ने मुस्लिम युवको को भड़का कर महाराष्ट्र में दंगे भड़का रही है। पुलिस पर हमले किए गए। भाजपा विधायक ने कहा कि राज्य सरकार रजा अकादमी पर प्रतिबंध के लिए केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजे। इसके पहले 2012 में रजा अकादमी द्वारा मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान पर आयोजित मोर्चे के दौरान शहीद स्मारक में तोड़फोड़ की गई थी। इस दौरान महिला पुलिसकर्मियों के कपड़े भी फोड़े गए थे।

आघाड़ी सरकार अस्थिर करने की साजिश: राउत

शिवसेना सांसद संजय राऊत ने महाराष्ट्र के अमरावती में भड़के दंगे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमरावती और अन्य जगहों पर हिंसा का उद्देश्य महाविकास आघाड़ी  सरकार को अस्थिर करना है। राउत ने कहा कि राज्य सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी और हिंसा के साजिशकर्ताओं के चेहरे जल्द बेनकाब किए जाएंगे।  उन्होंने कहा कि इस हिंसा के पीछे के असली चेहरे राज्य के गृह विभाग की जांच में बेनकाब होंगे।

राज्‍य को अशांत करने का साजिश: पटोले

प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष नाना पटोले ने कहा कि त्रिपुरा में हुई घटना के परिणामस्वरूप नांदेड, मालेगांव और अमरावती सहित महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में माहौल को गरमाने का प्रयास किया जा रहा है। जल्‍द ही उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि दंगे भड़काकर चुनाव में इसका फायदा उठाने की यह भाजपा की कोशिश है।

20 एफआईआर दर्ज, 20 लोग पकड़े गए

त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के पांच जिलों में मुस्लिम समुदाय द्वारा निकाले गए मोर्चे के दौरान हुई पत्थरबाजी मामले में 20 एफआईआर दर्ज की गई है। अब तक इस मामले में 20 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। शुक्रवार को कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के दौरान पथराव की घटनाएं मुख्य रूप से अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ शहर में हुई थीं। मालेगांव में भी शुक्रवार दोपहर विरोध मार्च के दौरान पथराव हुआ। पुलिस ने बताया कि भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठियां चलानी पड़ीं, घटना में पुलिस का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।

मालेगांव में कम से कम दस पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि तीन एफआईआर दर्ज की गईं हैं और दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि नांदेड़ में भी पथराव हुआ था जिसमें आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। भीड़ ने पुलिस के चार वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया।वहीं मुस्लिम संगठन रजा अकादमी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें त्रिपुरा में हिंसा से प्रभावित लोगों को मुआवजा दिए जाने और क्षतिग्रस्त मस्जिदों के पुनर्निर्माण की मांग की गई।

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