अबू आजमी को इस कानून की याद कैसे आई,जानें क्या कहा?

 धर्म गुरुओं के खिलाफ़ बोलने वालों के खिलाफ लगाओ युएपीए कानून  : अबू आसिम आजमी

अबू आजमी को इस कानून की याद कैसे आई,जानें क्या कहा?

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मुंबई। अपने भडकाऊ भाषणों के लिए पहचाने जाने वाले सपा विधायक अबू आसिम आजमी को कानून की याद आई है। उन्होंने कहा है कि किसी भी धर्म और धार्मिक गुरुओं के खिलाफ़ बोलनेवालों पर युएपीए कानून के तहत कार्रवाई होना चाहिए। सांप्रदायिकता देश के लिए खतरा है और इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। सांप्रदायिक हिंसा से देश में हालात बिगड़ने का खतरा है। मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने  मुंबई मनपा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर बीएमसी मुख्यालय में सेल्फी प्वाइंट पर विरोध करते हुए महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के नेता और विधानसभा सदस्य अबू आसिम आजमी ने कहा कि दिल्ली के जंतर मंतर पर हिंदू-मुसलमानों में नफरत भड़का कर भड़काऊ नारे लगाए जा रहे है। यह हंगामा सबके सामने है | हिंदुओं और मुसलमानों को भड़काने और आंसू बहाने की कोशिश की जा रही है। यह सब समाप्त होना चाहिए।

अबू आसिम आजमी ने कहा कि अभद्र भाषा और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने वालों पर एनएसए के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नफरत भरे भाषण और नारें देनेवालों के मामलों में प्राथमिकी दर्ज होती है, लेकिन आज तक किसी को भी इसके लिए दंडित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होनी चाहिए और नफरत फैलाने वालों को तुरंत सजा देकर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। सपा विधायक को याद आया कि हमारा देश एक धर्मनिरपेक्ष देश है, लेकिन इसमें जो नफरत शुरू की गई है, वह देश में अशांति पैदा करने की साजिश है सपा के दूसरे विधायक रईस शेख ने भी संप्रदायवादियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि अगर इस देश की गंगा-जमुनी सभ्यता को बनाए रखना है तो ऐसी घटनाओं को रोकना जरूरी है।

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