कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है क्या ठाकरे सरकार?

कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार है क्या ठाकरे सरकार?

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मुंबई। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को बताया कि केंद्र सरकार ने आशंका जताई है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को अपनी चपेट में ले सकती है। इसके लिए पैडयाट्रिक टास्क फोर्स बनाया गया है। फेसबुक लाइव में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यदि कोरोना की तीसरी लहर आई तो 18 साल से छोटे बच्चों का खास ख्याल रखना होगा।

इसके लिए अस्पतालों में विशेष बेड की जरूरत होगी। गुरुवार की रात मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बाल रोग विशेषज्ञों से चर्चा की है। इसको लेकर आज भी सीएम के साथ बैठक होने वाली है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र को अभी और आक्सीजन और रेमडेसिविर  इंजेक्शन की जरूरत है। राज्य में लगाये 38 ऑक्सीजन प्लांट से 53 मैट्रिक टन आक्सीजन मिल रहा है। हमने केंद्र सरकार से कहा है कि हमे 1700 मैट्रिक टन आक्सीजन की जरूरत है।

अमेरिका से मिला 52 हजार रेमडेसिविर

टोपे ने बताया कि अमेरिका ने भारत को जो मदद भेजी है उसमें से महाराष्ट्र की 52 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन मिला है। उन्होंने बताया कि हमने विदेशों से 3 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदने के लिए परचेस आर्डर दे दिया है। जल्द ही यह हमें मिल सकता है। साथ ही विदेश से ऑक्सीजन केन्स्ट्रेटर खरीदने की प्रक्रिया भी अंतिम दौर में है। टोपे ने बताया कि फिलहाल महाराष्ट्र में रिकवरी रेट 85.88 प्रतिशत है।

बात दे कि केंद्र सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर विजय राघवन ने बुधवार को कहा था कि दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर भी आएगी। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर भी आएगी। लेकिन कब आएगी और कितनी खतरनाक होगी, इसके बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। यह बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है।

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