मराठा आरक्षण सहित मराठा समाज की विभिन्न मांगों को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज सांसद संभाजी राजे ने शनिवार से आजाद मैदान में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। राजे के अनशन को मराठा समाज का भरपूर समर्थन मिल रहा है। इससे राज्य की आघाडी सरकार परेशान है। इस दौरान राजे ने ठाकरे सरकार की जमकर आलोचना की है।
आजाद मैदान में पत्रकारों से बातचीत में संभाजी राजे ने कहा कि मैं कोई आज अचानक नहीं टपक पड़ा हूं। 2007 से में महाराष्ट्र में घूम रहा हूं। 2017 में मैंने राज्यभर के मराठा संगठनों से एकजुट होने की अपील की तो उन्होंने कहा कि राजे आप के नेतृत्व की जरूरत है। 2013 में आजाद मैदान में मोर्चा निकाला था और इसके बाद मराठा आरक्षण के लिए राणे समिति की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा कि मेरे लिए आमरण अनशन आसान काम नहीं है पर मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के कुल में जन्मा हूं। यदि मैं यह लड़ाई नहीं लड़ सका तो फिर मेरा क्या उपयोग है?
केवल मराठा समाज को खुश करने के लिए घोषणाए
मराठा आरक्षण को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वतंत्र पिछड़ा वर्ग आयोग गठित करने का एलान किया था।। इस बारे में पूछे जाने पर संभाजी राजे ने कहा कि जब एक पिछड़ा वर्ग आयोग पहले से है तो मराठा समाज के लिए अलग से आयोग गठित करने की जरुरत थी क्या? उन्होंने कहा कि केवल मराठा समाज को खुश करने के लिए इस तरह की घोषणाएं की जा रही हैं। मेरी जानकारी के अनुसार यह कानून सम्मत नहीं है। राजे ने कहा कि आगामी बजट में हमारी मांगो को लेकर बजटीय प्रावधान किए जाए। इसका ब्लू प्रिंट दिखाईए। राज्य सरकार के हाथ में जो है वह तो करे।
मराठा आरक्षण को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वतंत्र पिछड़ा वर्ग आयोग गठित करने का एलान किया था।। इस बारे में पूछे जाने पर संभाजी राजे ने कहा कि जब एक पिछड़ा वर्ग आयोग पहले से है तो मराठा समाज के लिए अलग से आयोग गठित करने की जरुरत थी क्या? उन्होंने कहा कि केवल मराठा समाज को खुश करने के लिए इस तरह की घोषणाएं की जा रही हैं। मेरी जानकारी के अनुसार यह कानून सम्मत नहीं है। राजे ने कहा कि आगामी बजट में हमारी मांगो को लेकर बजटीय प्रावधान किए जाए। इसका ब्लू प्रिंट दिखाईए। राज्य सरकार के हाथ में जो है वह तो करे।
संभाजी राजे ने कहा कि सरकार ने आश्वासन दिया था कि 15 दिनों में मराठा आरक्षण का मुद्दा आगे बढ़ाया जाएगा। इसके बाद मैंने नाशिक में मुक मोर्चा टाल दिया था लेकिन राज्य सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया। इस लिए मुझे अनशन पर बैठना पड़ा है। अण्णा साहेब पाटील आर्थिक महामंडल के लिए 400 करोड़ रुपए की घोषणा की गई पर थोड़े से पैसे ही आए। ठाणे में मंत्री एकनाथ शिंदे के प्रयासों से केवल हास्टल शुरु हो सका सरकार ने इसमें क्या किया। जिस कोपर्डी के लिए इतने मोर्चे निकाले गए उसका क्या हुआ। इस दौरान एक सवाल के जवाब में संभाजी राजे ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार का फोन आया था। पर यात्रा में होने के कारण मैं बात नहीं कर सका।
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