मुंबई। मुंबई को पानी सप्लाई करने वाला एक और तालाब लबालब भर गया है। शुरुआती बारिश के बाद गायब हूई बारिश पिछले कुछ दिनों से मुंबई वासियों के सामने परेशानी खड़ी कर रही है। परेशानी के बीच मुँबई के लोगो के लिए एक खुशखबरी भी है।पानी कटौती का मुँबई वासियों पर छाया संकट भी लगभग दूर हो गया है। जलापूर्ति करने वाले दो तालाब तानसा और मोडक सागर भी भर कर ओहर फ्लो हो गए । पिछले पांच दिन से हो रही बारिश का यह असर हुआ कि सूखे पड़े तालाबो में 54 प्रतिशत से अधिक पानी जमा हो गया बारिश का जोर जिस कदर बना हुआ है इससे तो लग रहा जल्द ही जलापुर्ति के लिए लगने वाला कुल 14 लाख पानी भी तालाबो में जमा हो जाएगा। मुंबई शहर को तानसा, मोडक सागर, तुलसी ,विहार , अप्पर वैतरणा, भातासा,मध्य वैतरणा इन सात तालाबो से जलापुर्ति की जाती है।तुलसी और विहार दोनों तालाब मुंबई में है और छोटे है दोनों तालाब इसी सप्ताह भरे थे।
अब जलापुर्ति करने वाले दो और तालाब तानसा और मोडक सागर भी गुरुवार की सुबह भर कर ओहर फ्लो हो गए। मुंबई को जलापुर्ति करने वाले सात तालाब में से चार तालाब ओहर फ्लो हो गए है और सभी तालाबो में कुल 7 लाख 79 हजार एमएलडी से अधिक पानी जमा हो गया है जो कि कुल पानी का लगभग 54 प्रतिशत है । तालाब क्षेत्रो में बारिश का जोर जिस तरह बना हुआ है अब ऐसा लगने लगा है कि जल्द ही अन्य तालाब भी भर जायेगे। मुँबई को अभी हो रही 3850 एमएलडी रोजाना की पानी सप्लाई के लिए कुल 14 लाख 46 हजार एमएलडी पानी की आवश्यकता होती है ।बारिश का जोर इसी तरह बना रहा तो बकाया पानी भी कुछ दिनों में जमा हो जाएगा। जून महीने की शुरूआत में अच्छी बारिश के बाद मानसून पूरी तरह गायब हो गया था । 15 जुलाई तक भी बारिश नही होने पर मुंबई में पानी कटौती का संकट गहराने लगा था। जुलाई में मुंबई को जलापुर्ति करने वाले सात तालाबो में मात्र 17 प्रतिशत पानी ही शेष रह गया था। बारिश का जोर पिछले पककनच दिनों से शुरू नही हुआ होता तो पानी कटौती के अलावा मनपा प्रशासन के पास कोई चारा नही बचा हुआ था।मुँबई पर छाया जलसंकट अब लगभग दूर माना जा सकता है