निवेश परियोजनाओं के महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट होने को लेकर शुरु विवाद के बीच नागपुर के सांसद व केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर और उसके आसपास टाटा समूह से निवेश की मांग करते हुए एक पत्र लिखा है। बुनियादी ढांचे, भूमि की उपलब्धता और कनेक्टिविटी जैसे मजबूत बिंदुओं का हवाला देते हुए, मंत्री ने नागपुर और उसके आसपास टाटा समूह से निवेश की मांग की।
सूत्रों ने बताया कि यह पत्र करीब तीन सप्ताह पहले लिखा गया था। टाटा समूह की कंपनियां स्टील, ऑटोमोबाइल, उपभोक्ता उत्पाद, आईटी सेवाओं और विमानन जैसे व्यवसायों में लगी हुई हैं। हाल ही में, गुजरात को कई बड़ी परियोजनाएं मिलीं, जिनमें चिप निर्माण में फॉक्सकॉन-वेदांता से 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश और टाटा-एयरबस की लगभग 22,000 करोड़ रुपये की विमान निर्माण परियोजना शामिल है।
महाराष्ट्र भाजपा, जो एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में गठबंधन सहयोगी है, उसको महाराष्ट्र से गुजरात दो मेगा परियोजनाओं के चले जाने के बाद आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने की उम्मीद है। गुजरात के हाथों राज्य के बड़े प्रोजेक्ट हारने के बाद विपक्षी दलों ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को दोषी ठहराया है।
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