भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार (3 ऑक्टोबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय वायुसेना ने न सिर्फ दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक प्रवेश किया, बल्कि 300 किलोमीटर तक की अब तक की सबसे लंबी दूरी की मार भी हासिल की,” जिससे पाकिस्तान अपने ही क्षेत्र में संचालन करने में असमर्थ रहा।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने ऑपरेशन की रणनीतिक सफलता का श्रेय भारत की वायु रक्षा संरचना और समन्वय को दिया। उन्होंने बताया कि इस मिशन के दौरान भारतीय विमानों ने उच्च सटीकता के साथ लक्ष्यों को निशाना बनाया और ऑपरेशन ने दुश्मन के संचालन को बाधित किया। उन्होंने कहा कि यह दुश्मन के क्षेत्र में अब तक की सबसे लंबी दूरी थी और इसकी वजह से पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में प्रभावी कार्रवाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तानी दावों का खंडन करते हुए एपी सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के दावे सिर्फ “मनोहर कहानियां” हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्होंने (पाकिस्तान) कहा कि हमने इतने जेट गिराए? मैं अब भी कुछ नहीं बोलूंगा और न ही बोलना चाहूंगा। अगर पाकिस्तान को लगता है कि उसने हमारे 15 जेट गिराए हैं तो उन्हें सोचने दो। मुझे उम्मीद है कि उन्हें इस बात का यकीन हो गया होगा और जब वे दोबारा लड़ने आएंगे तो मेरे बेड़े में 15 कम विमान होंगे, तो मैं इसके बारे में बात क्यों करूं?”
उन्होंने आगे कहा, “आज भी मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा कि क्या हुआ, कितना नुकसान हुआ और कैसे हुआ, क्योंकि उन्हें पता तो चलने दीजिए।” सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को उनकी कथनों के समर्थन में वास्तविक तस्वीरें दिखाने को कहा, लेकिन पाकिस्तानी पक्ष कोई ठोस प्रमाण पेश नहीं कर सका: “क्या आपने एक भी तस्वीर देखी है जहां हमारे किसी एयरबेस पर कुछ गिरा हो, हमें कोई टक्कर लगी हो, कोई हैंगर तबाह हुआ हो या ऐसा कुछ? हमने उन्हें उनकी जगहों की इतनी सारी तस्वीरें दिखाईं, लेकिन वे हमें एक भी तस्वीर नहीं दिखा पाए, तो उनकी कहानी ‘मनोहर कहानियां’ है। उन्हें खुश रहने दीजिए। आखिरकार उन्हें भी अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए अपनी जनता को कुछ तो दिखाना ही है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
एयर चीफ मार्शल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के उद्देश्य और पृष्ठभूमि पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन “सबसे महत्वपूर्ण था। पहलगाम की घटना के बाद हमने तय किया कि जिम्मेदार लोगों को उनके किए की सजा मिलनी चाहिए और निर्दोष लोगों की हत्या करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” उन्होंने बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे और भारतीय वायुसेना को आतंकवादी शिविरों से जुड़े नौ में से दो प्रमुख लक्ष्यों को निशाना बनाने में प्रमुख भूमिका दी गई थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा और ऑपरेशनों के प्रति संयमित परन्तु निर्णायक रुख बनाए रखने की बात दोहराई। उनके बयानों ने क्षेत्रीय तनाव और सैन्य अभियानों के तौर-तरीके पर एक बार फिर से ध्यान आकर्षित कर दिया है।
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