प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 30 सितंबर को देर रात 10 बजकर 20 मिनट पर पहुंचने के कारण सिरोही जिले के आबू रोड में एक जनसभा को संबोधित नहीं किया। उन्होंने कहा कि दस बज गये हैं, मेरी आत्मा कहती है कि मुझे कानून व नियम का पालन करना चाहिए और इसलिए मैं आप सबसे क्षमा मांगता हूं। मोदी ने लोगों से खेद जताते हुए कहा कि उन्हें लाउडस्पीकर संबंधी नियमों का पालन करना होगा। मोदी ने बिना माइक से किए अपने संबोधन में कहा, “मैं आप सब से क्षमा मांगता हूं लेकिन आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं यहां फिर आऊंगा और आपका ये जो प्यार है उसे मैं ब्याज समेत चुकता करूंगा। ”उन्होंने संबोधन के बाद मंच से जनता को झुककर तीन बार नमन किया और ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया जिसे लोगों ने दोहराया।
वहीं इससे पूर्व प्रधानमंत्री मोदी के आबू रोड पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने उन्हें साफा पहना कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सांसद देव जी पटेल और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया समेत अन्य पदाधिकारी और नेता भी मौजूद थे। रैली के लिए सिरोही, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, पाली, उदयपुर और आसपास के 40 विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था। दक्षिणी राजस्थान में पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए रैली आयोजित करने की योजना बनाई गई थी। बता दें कि कांग्रेस शासित राजस्थान में विधानसभा चुनाव अगले साल के अंत में होने हैं।
इससे पहले पीएम मोदी के सभा स्थल पर पहुंचे ही पूरा पांडाल मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। वह गुजरात के अंबाजी में दर्शन करने के बाद सड़क यात्रा कर कार से आबूरोड आए थे। करीब 21 किलोमीटर के इस सफर में पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ताओं और लोगों की भीड़ मौजूद रही। सड़क के दोनों तरफ खड़े लोगों ने पीएम मोदी का अभिवादन किया।
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