महाराष्ट्र सरकार ने महाविकास अघाड़ी के 25 नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। इसका मतलब यह है कि इन नेताओं के घर या एस्कार्ट के बाहर स्थाई पुलिस सुरक्षा नहीं होगी। इस संबंध की जानकारी एक अधिकारी ने दी। अधिकारी ने बताया कि नेताओं के सुरक्षा व्यवस्था के आकलन के बाद ही यह सुरक्षा वापस ली गई है। हालांकि, सरकार ने उद्धव ठाकरे की सुरक्षा व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया है।
अधिकारी के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अलावा एनसीपी के मुखिया शरद पवार, सुप्रिया सुले सहित उनके परिवार की सुरक्षा बरकरार रखी गई है। जबकि जिन नेताओं की सुरक्षा हटाई गई है उसमें छगन भुजबल, जयंत पाटिल और अनिल देशमुख सहित कई नेता शामिल हैं।उन्होंने बताया कि एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड की भी सुरक्षा जस की तस रखी गई है। वहीं , उद्धव गुट के सचिव मिलिंद नार्वेकर को वाई प्लस सुरक्षा दी गई है।
इसके अलावा विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार और पूर्व गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। जब नवाब मलिक, अनिल देशमुख, विजय वडेट्टीवार, बालासाहेब थोराट , नाना पटोले , भास्कर जाधव , सतेज पाटिल ,धनंजय मुंडे ,सुनील केदारे ,नरहरि जिरवाल और वरुण सरदेसाई जैसे नेताओं की सुरक्षा हटाई गई है। वहीं कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
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