आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत, नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (NPG) की 98वीं बैठक में सात प्रमुख परियोजनाओं का मूल्यांकन किया गया। इनमें सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की एक सड़क/हाईवे परियोजना, एक मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLP), रेलवे मंत्रालय की तीन परियोजनाएं और पीएम मित्रा योजना के तहत दो वस्त्र पार्क शामिल हैं। सभी परियोजनाओं का आकलन एकीकृत बहु-मोडल ढांचा, आर्थिक व सामाजिक केंद्रों तक अंतिम संपर्क, और “पूरे-सरकार” दृष्टिकोण इन पीएम गति शक्ति के सिद्धांतोंके अनुरूप किया गया।
रेलवे परियोजनाएं
बिहार में बख्तियारपुर से फतुहा के बीच तीसरी और चौथी रेलवे लाइन (24.156 किमी) का प्रस्ताव कीुल–पटना–पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (लगभग 390 किमी) कॉरिडोर के मल्टी-ट्रैकिंग कार्य का हिस्सा है। इससे क्षेत्रीय गतिशीलता और माल ढुलाई क्षमता में बढ़ोतरी होगी। परियोजना से अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट, एनटीपीसी सुपर थर्मल पावर प्लांट (बाढ़), हरनौत कैरिज रिपेयर वर्कशॉप, एसजेवीएन पावर प्लांट (चौसा) जैसे बड़े उद्योगों और ऑटोमोबाइल, पत्थर, खाद्य प्रसंस्करण, पेट्रोलियम और वस्त्र क्षेत्र की एमएसएमई इकाइयों को लाभ मिलेगा। साथ ही, कृषि उत्पादों के बाजार तक पहुंच और पटना, राजगीर, बोधगया, नालंदा व बिहार शरीफ जैसे पर्यटन स्थलों से कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
तमिलनाडु में तांबरम से चेंगलपट्टू के बीच 30.021 किमी लंबी चौथी लाइन का प्रस्ताव बढ़ते यात्री और माल यातायात को देखते हुए क्षमता बढ़ाने, लागत घटाने और सीमेंट, थर्मल पावर, कोयला, लोहा-इस्पात और कृषि आधारित उद्योगों को समर्थन देने के लिए है।
छत्तीसगढ़–महाराष्ट्र सीमा पर डोंगरगढ़ से गोंदिया के बीच 84.10 किमी चौथी लाइन “एनर्जी कॉरिडोर” के तहत बल्क फ्रेट मूवमेंट की दक्षता बढ़ाएगी। इससे गोंदिया जंक्शन पर भीड़ घटेगी और दुर्ग, नागपुर, बल्हारशाह के बीच लोडेड ट्रेनों की निर्बाध आवाजाही संभव होगी।
सभी रेलवे परियोजनाओं के लिए NPG ने स्टेशन ढांचा उन्नयन, यात्री सुविधाएं, दिव्यांगजन-अनुकूल पहुंच, पार्किंग, प्रतीक्षालय और आपातकालीन सड़क कनेक्टिविटी जैसी सिफारिशें दीं।
सड़क और लॉजिस्टिक्स परियोजनाएं
मध्य प्रदेश में NH-39 के रीवा से चुरहट टनल व चुरहट से सीधी तक 54.2 किमी खंड के चौड़ीकरण से पूर्वी मध्य प्रदेश और राजधानी के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यह परियोजना सिंगरौली के सीमेंट और कोयला उद्योग के लिए महत्वपूर्ण फ्रेट कॉरिडोर के रूप में कार्य करेगी, यात्रा समय और वाहन परिचालन लागत घटाएगी।
तेलंगाना के मेडक जिले के पारकीबांडा गांव में 315 एकड़ में प्रस्तावित MMLP हैदराबाद 2028 से सालाना 1.47 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो संभालेगा, जिसे 2070 तक 19.98 MMT तक बढ़ाया जाएगा। एनएच-44 और मनोहराबाद रेलवे स्टेशन से मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के साथ यह स्थल प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के 50 किमी दायरे में स्थित है। रीजनल रिंग रोड बनने पर मुंबई और जेएनपीटी जैसे बड़े फ्रेट कॉरिडोर से सीधा जुड़ाव होगा।
वस्त्र परियोजनाएं
पीएम मित्रा योजना के तहत, मध्य प्रदेश में दिल्ली–मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर प्रभाव क्षेत्र में एक मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन और अपैरल पार्क का विकास होगा, जिससे धार, इंदौर, रतलाम, झाबुआ और उज्जैन को लाभ मिलेगा।
तमिलनाडु के विरुधुनगर में 1,052 एकड़ में प्रस्तावित पीएम मित्रा पार्क में प्लग-एंड-प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (CETP), सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP), प्रशिक्षण केंद्र और सामाजिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। दोनों वस्त्र पार्क भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा, रोजगार सृजन और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देंगे।
(PIB)
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