मुंबई। विनाशकारी बारिश से कोंकण में आई भीषण बाढ़ के बाद अब यहां के पालकमंत्री अनिल परब ने संकट में फंसे स्थानीय लोगों के दुख पर नमक छिड़का है। ताजा घटना बाढ़ की विभीषिका से कराह रहे कोंकण के रत्नागिरी जिले की है, जहां पालकमंत्री द्वारा दौरे के दरमियान दिया गया मददराशि का चेक वापस ले लिए जाने का बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है।
रत्नागिरी के पोसारे गांव की है यह शर्मनाक घटना
परब बाढ़ से कोंकण के सर्वाधिक प्रभावित रत्नागिरी जिले के दर्दनाक हादसाग्रस्त पोसारे गांव के दौरे पर गए थे। तब उन्होंने यहां के कारुणिक हालात देख स्थानीय ग्रामीणों को मददराशि के चेक दिए थे। लेकिन हैरतपूर्ण तरीके से बाद में ये चेक सरकारी अधिकारियों ने वापस ले लिए। इस स्थिति के चलते स्थानीय में खासा असंतोष व्याप्त है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या मंत्री ने ये चेक सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए दिया था।
सरकारी असंवेदनशीलता पर स्थानीय ग्रामीणों में फूटा गुस्सा
वैसे, इस मुद्दे को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में गुस्सा फूटने के बाद संबंधित सरकारी अधिकारियों ने इस पर लीपापोती करना शुरू कर दिया है। इन अधिकारियों का कहना है कि वापस लिए गए मददराशि के चेक का भुगतान ऑनलाइन किया जाएगा। ठाकरे सरकार के इस बेहद असंवेदनशील बर्ताव की चारों तरफ कड़ी आलोचना हो रही है।