स्वतंत्रता दिवस पर यूँ लगाया किसान ने ठाकरे सरकार को कलंक,जानें कैसे?

स्वतंत्रता दिवस पर यूँ लगाया किसान ने  ठाकरे सरकार को कलंक,जानें कैसे?

file photo

मुंबई। भारत के स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ध्वजारोहण कर रहे होने के दौरान एक किसान ने मंत्रालय के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश किए जाने की अफसोसजनक घटना हुई। यह किसान जलगांव जिले का निवासी है। मंत्रालय बाहर हुए इस प्रकरण में हालांकि सुरक्षा व्यवस्था में सतर्कता के चलते आगे कोई अप्रिय घटना तो नहीं हो पाई, पर राज्य की ठाकरे सरकार के लिए यह बदनुमा कलंक जरूर लग गया है कि उसके खिलाफ इस राष्ट्रीय पर्व पर एक किसान को आत्मदाह का प्रयास करना पड़ा।

जलगांव पुलिस के रवैए से था क्षुब्ध

मंत्रालय परिसर में मौजूद पुलिसकर्मियों समेत मरीन लाइन पुलिस इस दौरान इस किसान को आत्मदाह करने से रोकने में सफल रही। इसलिए स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम गड़बड़ा नहीं पाया। यह किसान फिलहाल पुलिस हिरासत में है। उसका नाम सुनील गुजर है। वह जलगांव पुलिस प्रशासन द्वारा उसकी शिकायत पर आर्थिक समझौता कर एकतरफा फैसला दिए जाने से क्षुब्ध है। इसलिए उसने न्याय न मिलने पर 15 को आत्मदाह करने की चेतावनी पहले ही दे दी थी।

सीएम के भाषण के अंत में किया आत्मदाह का प्रयास

जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पूरे भारत में मनाए जा रहे स्वतंत्रता दिवस पर आज महाराष्ट्र में भी विविध सरकारी, निजी और सामाजिक संगठनों द्वारा ध्वजारोहण के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में मंत्रालय में तिरंगा फहराकर सलामी दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री के भाषण के अंत में जलगांव जिले के सुनील गुजर नामक किसान ने मंत्रालय के गेट पर अपने शरीर पर मिट्टी का तेल उड़ेल कर आत्मदाह करने का प्रयास किया।

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