Mumbai: इस बार भी गणेशोत्सव पर कोरोना का साया,4 फीट से ज्यादा ऊंची गणेश मूर्ति पर रहेगी पाबंदी

Mumbai: इस बार भी गणेशोत्सव पर कोरोना का साया,4 फीट से ज्यादा ऊंची गणेश मूर्ति पर रहेगी पाबंदी

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मुंबई। महाराष्ट्र के सबसे बड़े त्यौहार गणेशोत्सव पर इस पर भी कोरोना महामारी की मार पड़ी है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 10 सितंबर से शुरु हो रहे गणेशोत्सव के लिए गाईडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक सार्वजनिक पंडालों में 4 फीट से ऊंची मूर्ति नहीं रखा जा सकेगा जबकि घरों में दो फीट की गणेश प्रतिमा की पूजा की इजाजत होगी। विसर्जन जलूस भी नहीं निकाला जा सकेगा। मंगलवार को राज्य सरकार ने गृह विभाग ने सार्वजनिक गणेशोत्सव 2021 के दिशानिर्देश के संबंध में परिपत्र जारी किया है। गणेशोत्सव को सादगी से मनाने क अपील की है। सरकार ने पारंपरिक गणेश मूर्ति के बजाय घर की धातू और संगमरमर की मूर्ति की पूजन करने को कहा है। पर्यावरणपूर्क मर्तियों का पूजन घर पर करने की अपील की गई है। घर पर संभव नहीं होने की स्थिति में पास के कृत्रिम विसर्जन स्थल पर विसर्जन करना होगा।

सार्वजनिक गणेशोत्सव के लिए गणेश मंडलों को मनपा और स्थानीय प्रशासन की नीतियों के अनुसार पूर्व अनुमति लेनी होगी। श्रीगणेश के आगमन और विसर्जन पर किसी प्रकार का जुलूस नहीं निकाला जा सकेगा। गणेश उत्सव के लिए ब्रेक द चेन के तहत जिलों में लागू श्रेणी के अनुसार पाबंदियों में कोई शिथिलता नहीं दी जाएगी। गणेश मंडलों को दर्शन के लिए ऑनलाइन, केबल नेटवर्क, वेबसाइट, फेसबुक आदि माध्यमों की व्यवस्था करनी होगी। गणेश मंडलों में प्रत्यक्ष आकर दर्शन करने वाले भक्तों को सामाजिक दूरी और स्वच्छता के नियमों का पालना करना होगा। मनपा, विभिन्न मंडल, गृहनिर्माण संस्था, जनप्रतिनिधि और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से गणेशमूर्ति विसर्जन के लिए कृत्रिम तलाब तैयार करना पड़ेगा। छोटे बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को विसर्जन स्थल पर जाना टालना होगा। गणेश मंडल उत्सव के लिए स्वेच्छा से लोगों द्वारा दिए चंदे को ले सकेंगे। गणेश मंडलों को यह सुनिश्चित करना पड़ेगा कि विज्ञापन प्रदर्शन के कारण भीड़ न होने पाए। गणेश मंडलों को सांस्कृतिक कार्यक्रम के बजाय रक्तदान, कोरोना, मलेरिया, डेंग्यू जैसे स्वास्थ्य संबंधी शिविर आयोजित करना होगा।

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