क्यों अपने नौकरों के कल्याण के लिए तैयार नहीं होते मालिक?

क्यों अपने नौकरों के कल्याण के लिए तैयार नहीं होते मालिक?

मुंबई। घरेलू नौकरों के कल्याण के लिए महाराष्ट्र सरकार ने वेलफेयर बोर्ड का गठन किया है। इसमें डोमेस्टिक वर्कर का रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है उसके लिए यह जरूरी होता है कि उस नौकर का मालिक यह प्रमाणित करे कि फलां हमारे यहां काम करता है पर किसी संभावित कानूनी पचड़े की आशंका के चलते घर मालिक ऐसा नहीं करते। इस लिए राज्य के श्रम विभाग ने इसकी दूसरी तरकीब निकाली है।
श्रम विभाग की प्रमुख सचिव विनीता वेद सिंघल कहती हैं कि घरेलू नौकरों के रजिस्ट्रेशन में सबसे बड़ी समस्या यह है कि बहुत से एम्प्लॉयर यह लिखकर देने को तैयार नहीं होते कि फलां व्यक्ति हमारे यहां बतौर घरेलू नौकर कार्य कर रहा/रही है। पर अब सरकार ने तय किया है कि हाऊसिंग सोसाईटी की जानकारी के आधार पर भी घरेलू नौकरों का रजिस्ट्रेशन हो सकता है। हाउसिंग सोसाइटी को यह प्रमाणित करना होगा कि अमुक महिला / पुरुष इस बिल्डिंग में घरेलू नौकर के तौर पर अपनी सेवाएं देने आते हैं। उन्होंने कहा कि मैं समझती हूं कि इसमें हाउसिंग सोसायटी को कोई परेशानी नहीं होगी। सिंघल ने कहा कि एक बड़ी समस्या यह भी आ रही है कि एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद अधिकांश घरेलू नौकर अपनी सदस्यता का नवीनीकरण नहीं कराते। इसके चलते राज्य सरकार कोरोना संकट में पहले रजिस्ट्रर्ड सभी घरेलू नौकरों की आर्थिक मदद नहीं कर पा रही है।

उन्होंने बताया कि कोरोना संकट के बाद राज्य का कामगार विभाग घरेलू नौकरों के रजिस्ट्रेशन का कार्य फिर से शुरु करेगी। कोरोना के चलते 24% की गई नौकरी कोरोना संकट के चलते शुरु लॉकडाउन में घरेलू नौकरों की रोजी-रोटी भी प्रभावित हुआ है। कोरोना संक्रमण के डर से बहुत से घरों में नौकरों के आने पर पाबंदी लगा दी गई। नेशनल डोमेस्टिक वर्कर वेलफेयर ट्रस्ट के एक सर्वे के अनुसार कोरोना की पहली लहर के दौरान ही 24 फीसदी घरेलू नौकर बेरोजगार हो गए थे। ऐसे में राज्य सरकार ने घरेलू नौकरों के लिए 1500-1500 रुपए की आर्थिक मदद का एलान किया है। फिलहाल 1 लाख 5 हजार घरेलू नौकरों के बैंक खाते में मदद राशि भेजी जा रही है। इनके लिए 16 करोड़ रुपए दिए गए हैं जिसमें से 34 लाख का वितरण हो चुका है। पहले घरेलू नौकरों के कल्याण के लिए गठित वेलफेयर बोर्ड के पास कुछ साढे चार लाख लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन फिलहाल 1 लाख 5 हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन ही उपलब्ध है। बाकी लोगों ने एक बार पंजीकरण कराने के बाद दोबारा उसका नवीनीकरण नहीं कराया।

श्रमिकों के टीकाकरण में जुटा श्रम विभाग
श्रम विभाग की प्रमुख सचिव ने बताया कि फिलहाल श्रम विभाग श्रमिकों के टीकाकरण के कार्य में जुटा है। विभाग श्रमिकों को टीकाकरण केंद्रों पर ले जाकर उन्हें टीका दिलवा रहा है। टीके आपूर्ति बढ़ने के साथ ही इस कार्य में तेजी आएगी।

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