इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में सभी चुनावी प्रणालियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। इसने विश्व स्तर पर कई रिकॉर्ड बनाये, लेकिन इस चुनाव में हमने कुछ गलतियां कीं| भीषण गर्मी में चुनाव हुआ|अब से लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया एक महीने पहले ही पूरी कर ली जाएगी| साथ ही हमारे खिलाफ फर्जी कहानियां भी चलायी गयीं|चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम इसमें कुछ नहीं कर सकते|
उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही चुनाव होंगे|उन्होंने कहा, हमारा रुख था कि महिलाओं को लेकर किसी भी राजनीतिक दल की ओर से कोई गलत शब्द नहीं आना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर में जल्दी चुनाव: जम्मू-कश्मीर में 58.58 प्रतिशत मतदान हुआ| उस जगह पर वोटिंग के लिए काफी कतारें देखी गईं| इसके चलते हम जल्द ही जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के लिए मतदान करने जा रहे हैं।’ मणिपुर में 94 विशेष मतदान केंद्र बनाए गए| यह हमारे लिए सफलता की कहानी है| 2 वर्षों के अथक प्रयास के बाद ये चुनाव बिना किसी हिंसा के संपन्न हुए हैं|
पहले भी हमने देखा है कि चुनाव के दौरान कितनी हिंसा होती है, लेकिन ये चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए हैं| पैसे और शराब बांटने की घटनाएं हो रही थीं| इस बार कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई।
4391 करोड़ की ड्रग्स: हमने इस दौरान 4391 करोड़ की ड्रग्स जब्त की हैं। चुनाव व्यवस्था लागू करने के लिए 135 ट्रेनें चलाई जा रही हैं। वे गाड़ियाँ चुनाव कर्मियों को ले जा रही थीं। साथ ही 1692 कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से ले जाया जा रहा है| देश का कोई कोना ऐसा नहीं है, जहां चुनाव कर्मी न पहुंचे हों|
बंगाल में सात चरणों में मतदान हुआ| उस जगह पर कोई हिंसा नहीं हुई| मणिपुर में भी मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही| जम्मू-कश्मीर की तस्वीर आशाजनक है|यहां लोग लोकतंत्र में विश्वास रखते थे| इसलिए जम्मू-कश्मीर में जल्द चुनाव होंगे| जल्द ही यहां चुनाव आयोग की घोषणा कर दी गई|
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