‘चीन द्वारा कथित हमला’ के बयान पर मणिशंकर अय्यर के विचारों से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला!

‘चीन द्वारा कथित हमला’ के बयान पर मणिशंकर अय्यर के विचारों से कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला!

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पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर की कुछ दिन पहले पाकिस्तान पर दी गई टिप्पणी विवादों के घेरे में थी, अब चीन को लेकर दिया गया उनका बयान विवादों में है। फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब में अपनी किताब ‘नेहरू फर्स्ट रिक्रूट्स’ के लॉन्च पर बोलते हुए, अय्यर ने 1963 के भारत-पाकिस्तान युद्ध को “चीन द्वारा कथित हमला” कहा। अब भाजपा ने इस हमले पर आपत्ति जताई है और इसकी आलोचना करते हुए कहा है कि यह चीन द्वारा किया गया कथित हमला है|अय्यर के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है|

कार्यक्रम में एक दर्शक सदस्य द्वारा इस शब्द के कथित इस्तेमाल पर सवाल उठाए जाने के बाद मणिशंकर अय्यर ने तुरंत अपना रुख सुधारा और शब्द के गलत इस्तेमाल के लिए माफी मांगी। लेकिन भाजपा ने इस मौके का फायदा उठाते हुए कांग्रेस और अय्यर की कड़ी आलोचना की| भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि अय्यर चीनी आक्रमण के संदर्भ को मिटाना चाहते हैं|

‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट में अमित मालवीय ने कहा कि नेहरू ने चीन के कारण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता छोड़ दी, राहुल गांधी गुप्त रूप से एमओयू बनाते हैं, राजीव गांधी फाउंडेशन चीनी दूतावास से धन स्वीकार करता है और अपना बाजार चीनी कंपनियों के लिए खोलता है। अब कांग्रेस नेता चीनी आक्रामकता के इतिहास को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं। चीन ने भारत की 38 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है|

इस बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने हालांकि मणिशंकर अय्यर के रुख से खुद को अलग कर लिया और कहा कि पार्टी का उनसे कोई लेना-देना नहीं है| उन्होंने कहा, मणिशंकर अय्यर ने गलती से कथित हमला शब्द का इस्तेमाल कर लिया था| इसके लिए उन्होंने तुरंत माफ़ी भी मांगी| उनकी उम्र को देखते हुए हमें उन्हें कुछ छूट देनी चाहिए।’ हालांकि कांग्रेस उनकी सजा से दूरी बनाए हुए है|

उन्होंने अय्यर की टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए प्रधानमंत्री मोदी का एक वीडियो शेयर किया है| इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सच है कि चीन ने 20 अक्टूबर 1962 को भारत पर आक्रमण किया था| इसके अलावा मई 2020 में चीन ने लद्दाख में हमला कर हमारे 20 जवानों को शहीद कर दिया, ये भी सच है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सामने इस बात से साफ इनकार कर दिया था, ये बात जयराम रमेश ने इस वीडियो के जरिए बताई|

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