32 C
Mumbai
Wednesday, May 8, 2024
होमन्यूज़ अपडेटलोकसभा चुनाव 2024: सभी आठ निर्वाचन क्षेत्रों में कड़ा मुकाबला; दूसरे चरण...

लोकसभा चुनाव 2024: सभी आठ निर्वाचन क्षेत्रों में कड़ा मुकाबला; दूसरे चरण के लिए वोटिंग आज!

Google News Follow

Related

राज्य में दूसरे चरण में आठ सीटों पर आज होने वाले चुनाव में कड़ा मुकाबला होगा है| प्रकाश अंबेडकर, नवनीत राणा, प्रतापराव जाधव, संजय जाधव, प्रतापराव चिखलीकर आदि उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। विदर्भ की पांच सीटों में से वर्धा, यवतमाल-वाशिम में महा विकास अघाड़ी बनाम महायुति के बीच सीधा मुकाबला है, वहीं अकोला, अमरावती और बुलढाणा सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां तीसरे उम्मीदवार द्वारा वोटों का विभाजन निर्णायक होने की संभावना है।

अमरावती में त्रिकोणीय मुकाबला: अमरावती लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी, कांग्रेस और प्रहार जनशक्ति पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है| कुल 37 उम्मीदवार मैदान में हैं और कुनबी-मराठा मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। पिछले चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन पर निर्दलीय चुने गए नवनीत राणा इस बार भाजपा के उम्मीदवार हैं| कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े और बच्चू कडू की प्रहार जनशक्ति के दिनेश बूब मैदान में हैं|दिलचस्प बात यह है कि भले ही बच्चू कड़वे गठबंधन में हैं, उन्होंने राणा के खिलाफ एक उम्मीदवार दिया है और उन्होंने कहा है कि उनका लक्ष्य राणा को हराना है।

बुलढाणा में शिवसेना बनाम शिवसेना: बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र में लड़ाई, जो वरकरणी गठबंधन के खिलाफ मोर्चा बनती दिख रही थी, किसान नेता रविकांत तुपकर की उम्मीदवारी के कारण त्रिकोणीय हो गई है। इसलिए महागठबंधन के खिलाफ वोटों का बंटवारा होने की संभावना है| महागठबंधन से शिव सेना (शिंदे गुट) के मौजूदा सांसद प्रतापराव जाधव, शिव सेना ठाकरे गुट से नरेंद्र खेडेकर और निर्दलीय किसान नेता रविकांत तुपकर मैदान में हैं|

जाधव और खेडेकर संयुक्त शिव सेना के कट्टर सिपाही हैं| तो यहां लड़ाई शिवसेना बनाम शिवसेना चल रही है और इसमें ‘गद्दार’ बनाम ‘खुद्दार’ का पलड़ा है। इस लड़ाई में हार-जीत का गणित इस पर आधारित होगा कि रविकांत तुपकर को कितने वोट मिलते हैं|

वर्धा में सीधी लड़ाई: वर्धा में भाजपा बनाम महाविकास अघाड़ी की सीधी लड़ाई है| भाजपा की ओर से रामदास तड़स और महाविकास अघाड़ी की ओर से अमर काले मैदान में हैं| स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक कर टाडास के लिए माहौल बनाने की कोशिश की| उद्धव ठाकरे ने महाविकास अघाड़ी के अन्य नेताओं के साथ अमर काले के लिए प्रचार बैठकें कीं। मुकाबले में तेली बनाम कुनबी की जातीय बढ़त है और यह सीट एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के लिए प्रतिष्ठित है| इस बार पवार ने यह सीट कांग्रेस से लेकर एनसीपी में ले ली है|

यवतमाल में चुरास: यवतमाल-वाशिम लोकसभा क्षेत्र, जो अपने गठन के बाद से ही शिवसेना का गढ़ रहा है, में महाविकास अघाड़ी से शिवसेना (ठाकरे गुट) के संजय देशमुख और शिव सेना (शिंदे गुट) से जयश्री हेमंत पाटिल चुनाव लड़ रही हैं| महायुति से चुनाव लड़ रहे हैं|हालाँकि इसमें कुनबी बनाम देशमुख की जातीय बढ़त है, लेकिन बहुसंख्यक बंजारा समुदाय की राय भी महत्वपूर्ण होगी।

इस चुनाव में उम्मीदवारी खारिज होने से नाराज मौजूदा सांसद भावना गवली के गुट की भूमिका अहम होगी| सेना के दोनों गुटों ने इस स्थान को प्रतिष्ठित बनाया है।महायुति के प्रमुख नेताओं ने यहां अभियान बैठकें कीं। महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने भी पूरे निर्वाचन क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है|

अकोला में त्रिकोणीय मुकाबला: भाजपा के अनुप धोत्रे, वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश अंबेडकर और कांग्रेस के डॉ. अभय पाटिल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है|निवर्तमान खासदास संजय धोत्रे के बेटे अनुप धोत्रे पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं। सलाह. प्रकाश अंबेडकर लगातार ग्यारहवीं बार अकोला से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं|

हिंगोली में कड़ी टक्कर: हिंगोली में सबसे पहले शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट ने मौजूदा सांसद हेमंत पाटिल को मैदान में उतारा। लेकिन महायुति में नाटकीय घटनाक्रम के बाद शिवसेना के ही बाबूराव कदम कोहलीकर को उम्मीदवार बनाया गया| महाविकास अघाड़ी के लिए शिवसेना उद्धव ठाकरे समूह ने नागेश अष्टिकर को मैदान में उतारा है| वंचित बहुजन आघाडी डाॅ. बी.डी.चव्हाण मैदान में हैं|शिवसेना के शिंदे और ठाकरे गुट ने इस सीट को प्रतिष्ठित बना दिया है|

नांदेड़ में अशोक चव्हाण का टेस्ट: नांदेड़ सीट पर भाजपा सांसद प्रतापराव चिखलीकर और कांग्रेस के वसंत चव्हाण के बीच मुकाबला होगा|चुनाव से पहले अशोक चव्हाण के भाजपा में प्रवेश ने नांदेड़ में राजनीतिक समीकरण बदल दिए। अशोक चव्हाण के दलबदल के बाद भी कांग्रेस संगठन के मजबूत होने का दावा किया जा रहा है|यह नांदेड़ में अशोक चव्हाण की असली परीक्षा है|

परभणी का गढ़ बरकरार रखना ठाकरे के लिए चुनौती: परभणी में शिवसेना ठाकरे सांसद संजय जाधव और महायुति की ओर से चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय समाज पार्टी के महादेव जानकर के बीच मुकाबला है|परभणी और शिवसेना का समीकरण कई सालों से चला आ रहा है|शिवसेना में फूट के बाद भी परभणी में इसका असर नहीं पड़ा| सीधे मुकाबले में परभणी का गढ़ बरकरार रखने की चुनौती ठाकरे समूह के सामने है|

यह भी पढ़ें-

LE 2024: मनोज जरांगे की हालत बिगड़ी, छत्रपति संभाजीनगर अस्पताल में भर्ती !

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,614फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
151,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें