तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कलघम (डीएमके) के कार्यक्रम में बांटी बिरयानी खाने के बाद 40 बच्चों सहित 100 लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है। दरम्यान डीएमके कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को खाने का लालच देकर लोगों को कार्यक्रम में लाया था इसका भी खुलासा हुआ है। इस घटना के बाद तिरुमंगलम पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है। इस मामले में आगे की जांच जारी है। स्थानिकों में चर्चा है की मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।
आप को बता दें इस पहले भी ऐसी ही हृदयविदारक घटना तमिलनाडु में कल्लाकुरिची जहरीली शराब आपदा में 65 लोगों के मारे जाने से हो चुकी है। 18 जून 2024 को, तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले के करुणापुरम गांव में जहरीली शराब त्रासदी हुई, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम 65 लोगों की मौत हो गई और 118 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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दरसल शुक्रवार को डीएमके के पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मदुरई जिले के कलक्कुडी तहसील में विल्लुर में एक सदस्यत्व बैठक और कल्याण वितरण समारंभ आयोजित किया था। इस बैठक में मदुरई दक्षिण जिले के सचिव मणिमारन अध्यक्ष थे। पार्टी कार्यक्रम में लोगों को आकर्षित करने के लिए डीएमके कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम से एक दिन पहले एक हजार से अधिक खाद्य टोकन वितरित किए थे। उन्होंने बैठक में शामिल सभी लोगों के लिए चिकन बिरयानी बांटने की व्यवस्था की। बैठक के बाद, डीएमके कार्यकर्ताओं ने उपस्थित लोगों को प्लास्टिक के कंटेनर में चिकन बिरयानी पार्सल और चांदी की प्लेट दिए।
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चिकन बिरयानी खाने के बाद रात करीब आठ बजे 100 से ज्यादा लोगों को उल्टीयां हुई और जी मिचलाने लगा. इसमें 3 से 14 साल की उम्र के बच्चे शामिल थे। देखते ही देखते रुग्णों की संख्या बढ़ने लगी, तब विरुधुनगर और कल्लीकुडी के अस्पताल में भेजने के लिए 10 रुग्णवाहिका मंगवानी पड़ी। अस्पताल के सूत्रों की माने तो लोगों को बांसी खाना खाने के कारन विषबाधा हुई है।