CM योगी के नए मंत्रिमंडल में 26 इन नेताओं को नहीं मिली जगह      

CM योगी के नए मंत्रिमंडल में 26 इन नेताओं को नहीं मिली जगह      

आदित्यनाथ योगी ने शुक्रवार को 52 नेताओं ने समारोह में मंत्री पद की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में 85,000 लोग शामिल हुए। जिसमें पीएम मोदी अमित शाह और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल थे। भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में लौटी है। सीएम योगी ने यह कारनामा 37 साल बाद दोहराया है। कहा जा रहा है कि योगी सरकार -2 का मंत्रिमंडल का गठन बड़े ही सूझबुझ और 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया गया है। इस मंत्रिमंडल अपने क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल करने वाले नेता और कार्य करने वाले नेताओं को तवज्जो दी गई है।

योगी मंत्रिमंडल में 18 नेता कैबिनेट मंत्री बनाये गए हैं और 14 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री हैं और 20 कनिष्ठ मंत्री हैं। इस बार के मंत्रिमंडल में 2024 के लोकसभा का चुनाव देखते हुए जाति समीकरण पर पूरा ध्यान दिया है।  मुख्यमंत्री सहित 21 लोग उच्च जातियों से आते हैं, जबकि 20 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं, और नौ नेता दलित समुदाय हैं। इसी तरह मुस्लिम और सिख से एक-एक मंत्री हैं।

आदित्यनाथ योगी के कैबिनेट 2.0 में सवर्ण जातियों के 21 नेता मंत्री बनाये गए हैं।  इसमें सात ब्राह्मण हैं, तीन वैश्य हैं और मुख्यमंत्री सहित आठ ठाकुर समुदाय का समावेश है। कैबिनेट में एक कायस्थ और दो भूमिहार मंत्री भी शामिल हैं। सात ब्राह्मण मंत्रियों में से तीन कैबिनेट में हैं, एक के पास स्वतंत्र प्रभार है और तीन कनिष्ठ मंत्री हैं। जबकि ब्रजेश पाठक राज्य के दो उपमुख्यमंत्रियों में से एक हैं, योगेंद्र उपाध्याय और जितिन प्रसाद, जो कांग्रेस से अलग हो आये थे। उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया है। प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी और सतीश शर्मा ने कनिष्ठ मंत्री पद की शपथ ली।

इतना ही नहीं यूपी के नए मंत्रिमंडल में कुछ पुराने चेहरों के अलावा केशव प्रसाद मौर्य और सुरेश खन्ना समेत कुछ नए चेहरे शामिल हैं। नए चेहरों के लिए भाजपा को 26 मंत्रियों को दरकिनार कर दिया। कैबिनेट से हटाए गए लोगों में पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री सतीश महाना, सिद्धार्थ नाथ सिंह, जय प्रताप सिंह, नीलकंठ तिवारी, जय प्रकाश निषाद और जय कुमार सिंह शामिल हैं।  बता दें कि तीन बार के विधायक आशुतोष टंडन जो स्वर्गीय लालजी टंडन के बेटे और मथुरा से दो बार के विधायक श्रीकांत शर्मा सीएम योगी के कैबिनेट 2.0 में जगह नहीं मिल पाई। बता दें कि श्रीकांत शर्मा और  सिद्धार्थ नाथ सिंह 2017 और 2022 के बीच उत्तर प्रदेश सरकार में प्रवक्ता भी रहे थे। वहीं पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी दक्षिण से दूसरी बार विधायक बने नीलकंठ तिवारी को भी जगह नहीं मिल पाई।  

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