राज्य में अब स्पष्ट हो चुका है कि बारामती लोकसभा क्षेत्र में लड़ाई शरद पवार गुट और अजितदादा गुट के बीच होगी, यहां का राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है| शरद पवार और सुप्रिया सुले दोनों ही बारामती के किले को किसी भी कीमत पर बरकरार रखने की चाहत के साथ प्रचार मैदान में उतरे हैं| बारामती में सुनेत्रा पवार की उम्मीदवारी पक्की होने के बाद अजित पवार अपने ‘दादा’ स्टाइल में राजनीति करने में जुट गए हैं|
उसी के तहत बारामती सीट पर शरद पवार के समर्थकों पर दबाव बनाने की बात हो रही है| इसी पृष्ठभूमि में शरद पवार ने गुरुवार को लोनावला में अजितदादा गुट के सुनील अन्ना शेल्के को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि ‘हद में रहो, नहीं तो याद रखना मेरा नाम शरद पवार है|’
इसके बाद इंदापुर में चल रही राजनीतिक गुंडागर्दी के खिलाफ सुप्रिया सुले भी आक्रामक रुख अपना लिया है| कुछ दिन पहले भाजपा नेता हर्षवर्द्धन पाटिल को अजितदादा ग्रुप के एक स्थानीय पदाधिकारी ने आपत्तिजनक भाषा में आलोचना करते हुए धमकी दी थी| इस मुद्दे पर सुप्रिया सुले ने अजितदादा ग्रुप पर निशाना साधा|
सुप्रिया सुले ने इंदापुर की एक बैठक में अजितदादा गुट के कार्यकर्ताओं को दो टूक भाषा में चेतावनी दी| उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति जगजाहिर हो गई है| राजनीति लोकतांत्रिक तरीके से नहीं बल्कि दमनकारी तरीके से की जा रही है| यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हर्ष वर्धन पाटिल जैसे व्यक्ति जिन्होंने अपना जीवन राजनीति में बिताया है, उन्हें धमकी दी जा रही है।
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