‘मुख्यमंत्री लाडली बहना’ योजना का राज्य स्तरीय लाभ वितरण कार्यक्रम आज पुणे के शिव छत्रपति खेल परिसर बालेवाड़ी में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, देवेन्द्र फड़णवीस शामिल हुए। आज राजनीतिक जीवन का सबसे खुशी का दिन है|पूरा महाराष्ट्र आज बहनमय हो गया है| अजित पवार ने राज्य की महिलाओं को यह भी आश्वासन दिया कि वे अगले पांच साल में महिलाओं को 90 हजार रुपये देंगे|
अजित पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रिय बहन योजना का सबसे पहले विपक्ष ने विरोध किया था| कुछ लोग अदालत गए, लेकिन अदालत में टिक नहीं पाए। अब महिलाएं ‘लाडली बहना’ योजना को अच्छा प्रतिसाद देने लगी हैं। महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान आ गई है| तब कई लोगों को आश्चर्य हुआ कि अब क्या किया जाए। इसलिए विपक्ष आरोप लगा रहा है कि यह योजना अस्थायी है|
लेकिन मैं कहता हूं, अभी इस सरकार के पास 5 महीने बचे हैं| उन्हें 7500 हजार रुपये मिलेंगे| हम इस योजना को जारी रखना चाहते हैं|इसलिए, अगले चुनाव में आपको महायुति का समर्थन करना चाहिए और उसे एक और मौका देना चाहिए। अजित पवार ने राज्य की महिलाओं को आश्वासन दिया कि हम आपको अगले 5 साल में 90 हजार रुपये देने का काम करेंगे|
वापस लेने के लिए नहीं दिया पैसा: लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने बोला झूठ| झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश की गई| ‘लाडली बहना’ योजना के बारे में हमारे कुछ महायुति साथी बड़े उत्साह से कहते हैं कि ये तो हमने आपको दे दिया लेकिन आप कुछ और करोगे तो हम छीन लेंगे।राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, देवेन्द्र फड़णवीस और मैं गवाही देते हैं। यह धन तुम्हें भाईचारे के रूप में दिया जाता है।यह पैसा नॉन-रिफंडेबल है|ये आपका अधिकार है|अजित पवार ने यह भी साफ किया कि अगर कोई कुछ कहता है तो उस पर विश्वास न करें|
महाराष्ट्र हो गया बहनमय: पिछले 34 साल से राजनीति में हैं|कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे| कई सरकारों में काम किया, लेकिन आज जो तस्वीर है वो महाराष्ट्र में पहली बार हो रही है|महाराष्ट्र सिस्टर स्टेट बन गया है|अजित पवार ने कहा कि कोई अलग सोच नहीं थी, बल्कि सोच ये थी कि राज्य में महिलाएं सशक्त हों|
विरोधियों द्वारा अकारण आलोचना: विरोधी अकारण ही आलोचना कर रहे हैं। पहले महिलाओं के लिए योजना लेकर आए, लेकिन भाइयों के लिए कोई ध्यान नहीं है|भाइयों के लिए कृषि पंप की बिजली माफ कर दी गई थी। कोई आपकी बिजली नहीं काटेगा| संकट में फंसे दूध उत्पादक किसान को सरकार 5 रुपये की सब्सिडी दे रही है|युवाओं को प्रशिक्षु वेतन दिया गया। यह सरकार आम जनता की सरकार है|अजित पवार ने कहा कि सरकार अच्छी योजनाएं ला रही है|
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