‘माफ करने के लिए बड़े दिल की जरूरत होती है’ – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

अगर आप कड़ी मेहनत नहीं करते हैं, तो कुछ नहीं होगा, घर बैठे कुछ भी नहीं होता है। साथ ही शिंदे ने परोक्ष रूप से उद्धव ठाकरे की आलोचना की है कि किसी को माफ करना कोई आसान बात नहीं है, इसके लिए बहुत ​बड़ा ​दिल ​चाहिए​।

‘माफ करने के लिए बड़े दिल की जरूरत होती है’ – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

'It takes a big heart to forgive' - Eknath Shinde

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच विवाद दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है|​ ​ शिवसेना छोड़ने के बाद शिंदे समूह और शिवसेना के नेता आमने-सामने हैं। दोनों गुटों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है|​एक बार फिर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने परोक्ष रूप से उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है|  उन्होंने कहा कि ‘क्षमा करने के लिए बड़े दिल की आवश्यकता होती है’| उन्होंने यह बयान भारतीय जैन निगम के विश्व मैत्री दिवस कार्यक्रम में दिया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी मौजूद थे।

​इस अवसर पर ​एकनाथ शिंदे ने कहा कि  ​मेहनत करो, कुछ भी करो, लेकिन किस्मत के बिना कुछ नहीं होता। लेकिन मेहनत का काम हमारा है। इसे करना जरुरी है। नहीं तो सब कुछ किस्मत में है। हालांकि, अगर आप कड़ी मेहनत नहीं करते हैं, तो कुछ नहीं होगा, घर बैठे कुछ भी नहीं होता है। साथ ही शिंदे ने परोक्ष रूप से उद्धव ठाकरे की आलोचना की है कि किसी को माफ करना कोई आसान बात नहीं है, इसके लिए बहुत ​बड़ा ​दिल चाहिए

​​दशहरा सभा को लेकर​ राज्य में सियासत गरमा गई है|​ ​दशहरा सभा को लेकर शिंदे गुट और शिवसेना आमने-सामने हो गए हैं। दशहरा सभा के लिए दोनों समूहों द्वारा शिवाजी पार्क की मांग की गई थी। हालांकि, अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है। उधर,खबर है कि बीकेसी में शिंदे समूह का दशहरा सभा मैदान में होगा|​ ​

​नगर निगम ने दशहरा सभा के लिए शिंदे समूह के आवेदन को स्वीकार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार शिवसेना ने दशहरा सभा के लिए बीकेसी में मैदान की भी मांग की थी। हालांकि शिवसेना की अर्जी को नगर निगम ने खारिज कर दिया है| इस साल शिवाजी पार्क में दशहरा सभा है या नहीं? अगर ऐसा होता है, तो यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि यह कौन होगा? अब हर कोई इस बात पर ध्यान दे रहा है कि शिवाजी पार्क को लेकर मुंबई नगर निगम क्या फैसला लेगा।
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