नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। इसकी जानकारी उन्होंने एक ट्वीट कर दी। उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन करने से इंकार नहीं किया है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को साम्प्रदायिक पार्टी मानने से इंकार कर दिया है। उन्होंने बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए शर्त रखी है।हालांकि , खबर यह भी है कि अमरिंदर सिंह किसान आंदोलन को ख़त्म कराने में बड़ी भूमिका निभा सकते है। बताया जा रहा है कि अमरिंदर सिंह के सुझाये गए कुछ बिंदुओं पर मोदी सरकार ने काम करना भी शुरू कर दिया है।
बता दें कि पंजाब कांग्रेस में जारी घमासान के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में उनका अपमान किया जा रहा था। उस समय भी कैप्टन ने नई पार्टी बनाने के संकेत दिए थे। हालांकि उन्होंने इसके लिए अपने समर्थकों से विचार विमर्श करने की बात कही थी। पंजाब के पूर्व सीएम ने यह भी कहा कि अगर किसानों के मुद्दों को उनके हित में हल किया जाता है, तो उन्हें राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के साथ सीट बंटवारे की व्यवस्था की उम्मीद है। उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने सिलसिलेवार ट्वीटों में अमरिंदर सिंह के हवाले से कहा, “पंजाब के भविष्य के लिए लड़ाई जारी है। जल्द ही पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा के लिए अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा करेंगे, जिसमें हमारे किसान भी शामिल हैं. वे एक साल से अधिक समय से अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।”
"Will not rest till I can secure the future of my people and my state. Punjab needs political stability and protection from internal & external threats," tweets Raveen Thukral, media advisor to former Punjab CM Amarinder Singh pic.twitter.com/j02XMjECsH
— ANI (@ANI) October 19, 2021
अमरिंदर सिंह ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “अगर किसानों के प्रदर्शन का समाधान उनके हित में किया जाता है तो 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ सीट व्यवस्था की उम्मीद है।” उन्होंने इस महीने की शुरुआत में पंजाब में कुप्रबंधन की बात कहकर विभिन्न पार्टी नेताओं द्वारा फैलाए जा रहे ‘बेतुके झूठ’ पर कांग्रेस की खिंचाई की थी। उन्होंने कहा, “साथ ही समान विचारधारा वाले दलों, जैसे कि अलग हुए अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींडसा और ब्रह्मपुरा गुटों के साथ गठबंधन संभव है।”अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक कि वह अपने लोगों और अपने राज्य का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेते। अमरिंदर सिंह के हवाले से एक ट्वीट ने लिखा है, “पंजाब को आंतरिक और बाहरी खतरों से राजनीतिक स्थिरता और सुरक्षा की जरूरत है।
मैं अपने लोगों से वादा करता हूं कि शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैं वह करूंगा जो आज दांव पर है।” बता दें कि अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चले तनातनी के दौरान उन्हें कांग्रेस ने सीएम पद से हटा दिया था। जिसके बाद से ही यह अटकलें लगने लगी थी कि कैप्टन नई पार्टी बनाएंगे। इस संबंध में उन्होंने कई संकेत भी दिए थे।