आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की पिछली वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है, जिससे हंगामा मच गया है। मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडु ने आरोप लगाया गया है कि, वाईएसआर कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद के रूप में परोसे जाने वाले तिरूपति के लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के आरोपों के बाद प्रदेश में सियासत गरमाई है।
Animal fat was used instead of Ghee for preparing Laddus in Tirumala by Jagan Govt : CM CBN. pic.twitter.com/ezmJnefxDX
— Karthik Reddy (@bykarthikreddy) September 18, 2024
अमरावती में एनडीए विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि वाईएसआरसीपी सरकार ने विश्व प्रसिद्ध तिरूपति मंदिर में लड्डू बनाते समय घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया था। शुद्ध घी के स्थान पर पशुओं की चर्बी का प्रयोग किया जाता था। नायडू ने कहा कि अब शुद्ध घी का उपयोग किया जा रहा है और मंदिर में हर चीज को रोगाणुमुक्त कर दिया गया है, जिससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है। हालांकि वाईएसआरसी ने नायडू के आरोपों को खारिज किया है।
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एन चंद्रबाबू नायडू के आरोपों के बाद आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने भी इस मुद्दे पर जगन मोहन रेड्डी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक ट्वीट पोस्ट में कहा, तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर हमारा सबसे पवित्र मंदिर है। यह सुनकर हैरान हूं कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी प्रशासन ने तिरूपति प्रसादम में घी के बजाय जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया है।
वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता और टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने नायडू के आरोपों को दुर्भावनापूर्ण बताया। रेड्डी ने कहा कि टीडीपी सुप्रीमो राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक जा सकते हैं। चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला मंदिर की पवित्रता और सैकड़ों करोड़ हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाकर बहुत बड़ा पाप किया है।